देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखण्ड इंडस्ट्रीयल वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित उद्यमी अवार्ड-2015 कार्यक्रम में उद्योग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए उद्यमियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने उद्योग जगत के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि राज्य को ऐसे लोगों की बहुत आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी उद्योग जगत के लिए हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने की कोशिश कर रही है। उत्तराखण्ड सरकार उद्योगों को 23 घण्टे से अधिक विद्युत आपूर्ति कर रही है, साथ ही सबसे सस्ती बिजली दे रहे हैं। हम कानून व्यवस्था के क्षेत्र में भी अन्य राज्यों की तुलना में अधिक अच्छी स्थिति में हैं। सरकार की कोशिश है कि क्वालिटी मैन पावर तैयार की जाए, इसके लिए कुशल लोगों का एक बड़ा बेस तैयार कर रहे हैं। इसके लिए राज्य में 175 आई.टी.आई., 71 पाॅलीटेक्निक व 8 इंजीनियरिंग काॅलेज लगातार कार्य कर रहे हैं। उन्हांेने औद्योगिक संस्थानों को राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में शिक्षा एवं स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार को सहयोग देने का भी आहवान किया। उन्होेंने कहा कि राज्य सरकार उनके सहयोग के लिए हमेशा तत्पर है। उन्होंने बताया कि राज्य में छोटे पावर प्रोजेक्ट्स की बहुत सम्भावनाएं हैं। यदि कोई औद्योगिक संस्थान राज्य में कृषि के क्षेत्र में सहयोग करना चाहता है तो हम कृषि के क्षेत्र में भी गाँवों के साथ पार्टनरशिप के लिए स्वागत करेंगे। सरकार राज्य में आधारभूत अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए कार्य कर रही है। यदि इसके लिए औद्योगिक संस्थानों को भी राज्य सरकार के सहयोग के लिए आगे आना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान प्रभारी सचिव उद्योग दिलीप जावलकर, आई.जी. गढ़वाल संजय गुंज्याल, प्रबन्ध निदेशक सिडकुल आर. राजेश कुमार, शिक्षाविद् एवं समाजशास्त्री महेश भण्डारी को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
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