देहरादून: पूरे देश से राज्य में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने अपने प्रचार अभियान को नई तेजी प्रदान की है। इसके तहत देश के अलग अलग शहरों में पर्यटन से जुड़ी उत्तराखंड की विशेषताओं को विभिन्न माध्यमों के जरिए प्रचारित किया जा रहा है। इस अभियान में ट्रेन रैपिंग व रेडियो जिंगल जैसे माध्यमों का इस्तेमाल किया गया है। पर्यटन और महाकुंभ में लोगों को आमंत्रित करने के लिए दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में होर्डिंग भी लगाए गये हैं।
ट्रेनरैपिंग के लिए पर्यटन विभाग ने मुंबई, नासिक, भोपाल, झांसी, आगरा, दिल्ली, मेरठ समेत तमाम शहरों को जाने वाली ट्रेन को चुना है। शुरुआत में अभियान के तहत मुंबई के हरिद्वार से मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस के बीच चलने वाली एसी ट्रेन में ट्रेनरैपिंग का इस्तेमाल किया गया है। इस अभियान में चारों धामों यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ तथा हेमकुण्ड साहिब के साथ ही राज्य की सांस्कृतिक वेषभूषा, लोकगीतों, पहाड़ी व्यंजनों आदि को दर्शाया गया है। परिषद हरिद्वार महाकुंभ के लिए ट्रेन रैपिंग अभियान में ‘‘श्रद्धा और भक्ति का अनूठा संसार आये 12 वर्षों में एक बार’’ टैग लाइन के माध्यम से श्रद्धालुओं व पर्यटकों को आकर्षित कर रही है।
राज्य में साहसिक पर्यटन संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए यूटीडीबी रेडियो जिंगल के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर रही है। परिषद के रेडियो जिंगल अभियान को विभिन्न राज्यों में काफी पसंद किया जा रहा है। फिलहाल रेडियो जिंगल का प्रचार-प्रसार दिल्ली, चण्डीगढ़, जयपुर, पुणे तथा देहरादून में किया जा रहा है।
प्रचार प्रसार के इस अभियान पर पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा, “आगामी माह में चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है। इसकी तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं। यह अभियान चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को आमंत्रित करने का ही एक हिस्सा है। इससे पूर्व राज्य में साहसिक गतिविधियों का आयोजन किया गया था। इस वर्ष भी राज्य के विभिन्न जनपदों में रोमांच से भरे साहसिक गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा।“
पर्यटन सचिव श्री दिलीप जावलकर ने कहा, “उत्तराखंड देश विदेश के पर्यटकों का स्वागत करने के लिए पूरी तरह तैयार है। संपूर्ण पर्यटन उद्योग कोविड नियमों का पालन करते हुए पर्यटकों को सभी प्रकार की सेवाएं प्रदान करने को तत्पर है। हम उम्मीद करते हैं कि हमारे इस अभियान के सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे और इस सीजन में पर्यटकों का प्रवाह अधिक से अधिक रहेगा।“