देहरादून: पुलिस मुख्यालय उत्तराखण्ड, देहरादून की सभागार में श्री एम0ए0गणपति,पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस मोबाइल एप को कुमायॅू परिक्षेत्र के समस्त जिलों के लिए भी लॉन्च करने के साथ अब यह मोबाइल एप पूरे उत्तराखंड राज्य में जन-सेवा हेतु उपलब्ध हो गया है। उत्तराखण्ड पुलिस मोबाईल एप में जनता की सुविधा हेतु किरायेदार का सत्यापन, घरेलू नौकर/कर्मचारी का सत्यापन कराया जा सकता है। इसके अतिरिक्त इस एप में क्राइम रिपोटिंग, एलर्ट पुलिस,खोया पाया आदि का विवरण प्राप्त किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि माननीय मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत द्वारा दिनांक 31 अक्टूबर 2015 को उत्तराखण्ड पुलिस मोबाईल एप को गढ़वाल परिक्षेत्र के सभी जिलो में लाँच किया गया था।
उत्तराखण्ड पुलिस मोबाइल एप्लीकेशन
उत्तराखण्ड पुलिस का यह अत्याधुनिक एप है जो कि अभी तक के सभी राज्यों से एडवांस एप है। इसके माध्यम से कहीं भी किसी भी समय, कैसी भी परिस्थिति में पुलिस की सहायता प्राप्त की जा सकती है अथवा पुलिस को मदद की जा सकती है। “उत्तराखण्ड पुलिस मोबाइल एप” को पुलिस महानिरीक्षक,गढवाल रेंज, श्री संजय गुंज्याल के निर्देशन में तैयार किया गया है। श्री संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक गढवाल रेंज द्वारा अपने प्रस्तुतिकरण में बताया गया कि पुलिस के गठन के करीब डेढ सौ वर्ष से अधिक में पुलिस की जो छवि बनी है,उसे तत्काल एक झटके में दूर नहीं किया जा सकता है, परन्तु यह भी सत्य है कि पुलिस प्रभावी तभी हो सकती है,जब उसे जनता का पूरा सहयोग मिलें।
“उत्तराखण्ड पुलिस मोबाइल एप” मात्र3एम0बी का है, जो एंड्राइड फोन यूजर गूगल प्ले स्टोर से आसानी से डाउनलोड कर सकते है। मोबाइल मे किया गया एक टच किसी गम्भीर व जघन्य अपराध को रोकने या किसी पीडित को बचाने की दिशा में महत्वपूर्ण व निर्णायक टच साबित हो सकता है। इस मोबाइल एप को W.T.I.T SOLUTION PVT LIMITED की मदद से तैयार किया गया है।
इस एप की प्रमुख विशेषताएं निम्न हैं:-
किरायेदार सत्यापन: इस एप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति चाहे मकान मालिक हो या किरायेदार अपने मोबाइल से ही किरायेदार/घरेलू/नौकर/कर्मचारी सत्यापन आवेदन को सरल तरीके से मात्र अपनी आई0डी0व फोटो व सम्बन्धित जानकारी के साथ ऑन लाईन आवेदन कर सकते है। आवेदन के प्राप्ति की रसीद PDF file स्वत: ही डाउनलोड हो जाती है, तथा एक यूनिक रजिस्ट्रेशन नं0 आवेदक को प्राप्त हो जाता है।
घरेलू नौकर/कर्मचारी सत्यापन: मोबाइल एप से घरेलू नौकर/कर्मचारी बाहरी प्रदेश से आये व्यक्तियों का सत्यापन सम्बन्धी मोबाइल में दिये गये एक सरल फार्म को भरकर घर बैठे ऑनलाईन करा सकते हैं। सत्यापन के बटन को क्लिक करने पर रजिस्ट्रेशन फार्म खुलेगा, जिसमें नौकर/कर्मचारी का फोटो व आई.डी(पेन कार्ड,वोटर आई.डी,डी.एल,आधार कार्ड आदि) का फोटो अपलोड करने के साथ ही आई.डी नं0भरने के बाद नौकर/कर्मचारी का नाम, पिता का नाम, स्थाई पता,मो0नं0, फार्म भरने के बाद एक पी.डी.एफ (P.D.F) फाईल स्वतः फोन पर डाउनलोड हो जाती है तथा एक यूनिक रजिस्ट्रेशन नं0 आवेदक को प्राप्त हो जाता है।
क्राईम-रिपोर्टिंग: मोबाईल एप में दिये गये क्राईम रिपोर्टिंग विकल्प में (महिलाओं से छेडछाड़,सडक दुर्घटना,सार्वजनिक स्थान पर उपद्रव,साइबर स्टॉकिंग जैसे सोशल नेटवर्क पर अश्लीलता एंव ब्लैकमेलिंग, यातायात समस्याए तथा क्रिमिनल इन्टेलीजेन्स आपराधिक गतिविधियाँ) साथ ही विडियो/ऑडियो/वॉयस रिकार्डिंग अपलोड कर भेज सकते हैं। फार्म पूर्ण करने के बाद एक यूनिक रजिस्ट्रेशन नं0आवेदक को प्राप्त हो जाता है। अपराध की सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाती है।
एलर्ट पुलिस: इस विकल्प का प्रयोग कर मुसीबत में फंसे व्यक्ति के एन्ड्रॉयड मोबाईल फोन का जी.पी.एस एक्टीवेट हो जाता है साथ ही एक मैसेज तत्काल आवेदक के द्वारा दिये गये एमरजेन्सी नम्बर पर व उत्तराखण्ड पुलिस मोबाईल एप कन्ट्रोल रूम को जी.पी.एस. लोकेशन के साथ प्राप्त हो जाता है।
खोया-पाया विवरण: इस विकल्प का प्रयोग कर मोबाईल,पर्स, आई.डी, महत्वपूर्ण दस्तावेज आदि के खोने या मिलने सम्बन्धी सूचना विवरण/फोटो सहित अपलोड कर ऑनलाईन दर्ज करा सकते है। ऑनलाईन फार्म पूर्ण करने के बाद एक पी.डी.एफ.(P.D.F) फाईल स्वतः फोन पर डाउनलोड हो जाती है तथा एक यूनिक रजिस्ट्रेशन नं0 आवेदक को प्राप्त हो जाता है।
वांछित अपराधी: इस विकल्प का प्रयोग कर मोबाईल फोन पर राज्य / जनपद स्तर के ईनामी / अपराध में लिप्त अपराधियों की सूची देखने की सुविधा प्रदान की जा रही है।
उक्त के अतिरिक्त एक नया फीचर भ्रष्टाचार के खिलाफ इस एप में जोड़ा गया है। जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति किसी भी सरकारी कर्मचारी द्वारा किये गए भ्रष्टाचार के विरुद्ध शिकायत दर्ज़ करा सकता है। उक्त शिकायत तुरंत ही विजिलेंस के पोर्टल पर चली जाती है तथा सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाती है।
श्री गणपति ने अपने सम्बोधन में कहा की उन्होंने विभिन्न प्रदेशों में चल रहे पुलिस के मोबाइल एप देखे हैं प्रान्त उत्तराखंड पुलिस का यह एप अत्यन्त सरल और user-friendly है। जनता व पुलिस के बीच के फासले को कम करने के साथ-साथ यह यह एप पुलिंसिग में भी सहायक होगा। इसके माध्यम से बिना व्यक्तिगत रुप से थाना/चौकी, कार्यालय के चक्कर लगाये, सूचनाओं एवं सेवाओं का आदान-प्रदान व पुलिस की सेवायें प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने श्री संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र को पुलिस कर्मियों को इस सम्बन्ध में जागरूक करने के लिए वर्कशॉप/ट्रेनिंग कराने के निर्देश दिए।
गढ़वाल परिक्षेत्र में उक्त एप के प्रचलन के दौरान 17406 लोगो द्वारा इसे डाउनलोड किया गया। इस एप के माध्यम से किरायेदार सत्यापन/नौकर सत्यापन, खोयापाया तथा अन्य अपराध के सम्बन्ध में कुल 96,313 आवेदन प्राप्त हुए इस एप के प्रयोग से पूर्व देहरादून में प्रतिदिन औसतन 40 तथा जनपद हरिद्वार में औसतन 90किरायेदार/नौकर सत्यापन आवेदन प्रतिदिन प्राप्त होते थे परन्तु एप के प्रयोग से देहरादून में औसतन 180 तथा हरिद्वार में औसतन 260 आवेदन प्राप्त हो रहे है।
उत्तराखंड पुलिस मोबाइल एप अध्यावधिक आंकड़े
●रजिस्टर्ड यूज़र्स- 17,406
●ऑनलाइन वेरिफिकेशन (किरायेदार/नौकर)- 75,747
●ऑनलाइन क्राइम-लॉस्ट-फाउंड रिपोर्ट- 3160
●अभी तक कुल प्राप्त ऑनलाइन रिक्वेस्ट- 96313
●जनपद देहरादून/हरिद्वार में पूर्व की अपेक्षा ऑनलाइन वेरिफिकेशन में वृद्धि- लगभग 3.5 गुना.
● गूगल प्ले स्टोर पर उत्तराखंड पुलिस मोबाइल एप की ओवरआल रेटिंग– 4.5 आउट ऑफ 5
● एप के माध्यम से अभी तक प्राप्त रिपोर्ट पर कार्यवाही करते हुए 140 में से 104 क्राइम रिपोर्ट्स का निस्तारण , 40 मोबाइल फ़ोन की सुपुर्दगी प्राथमिकता के साथ की जा चुकी है।
उत्तराखण्ड पुलिस मोबाईल एप लांचिग के दौरान श्री अनिल के0 रतूड़ी, अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था, श्री दीपम सेठ, पुलिस महानिरीक्षक, कानून व्यवस्था,श्री संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र, श्री जी0 एस0 मार्तोलिया पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस मुख्यालय, श्री पी एस सेलाल पुलिस उप महानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र आदि पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।