देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को ओ0एन0जी0सी0 परिसर में ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर उत्तराखण्ड अक्षय ऊर्जा विकास अधिकरण द्वारा आयोजित ‘‘ऊर्जा सरंक्षण दिवस’’ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने विभिन्न विद्यालयों के मध्य ऊर्जा सरंक्षण पर आयोजित निबन्ध व ड्राइंग प्रतियोगिताओं में विजेता छात्रों को सम्मानित किया।
अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि ऊर्जा उपभोग किसी भी राज्य व देश के लिए महत्वपूर्ण फैक्टर है। यद्यपि हमारा ऊर्जा उपभोग का स्तर अभी निम्न स्तर पर है परन्तु इसे बढ़ाये जाने की जरूरत है। ऊर्जा सरंक्षण व ऊर्जा बचत को हमें अपने आदत का हिस्सा बनाने की जरूरत है। इस दिशा में उरेडा द्वारा किए जा रहे प्रयास प्रभावकारी व लाभकारी होगे, ऐसी आशा है। जिन बच्चों ने ऊर्जा सरंक्षण से सम्बन्धित निबन्ध व चित्रकारी प्रतियोगिताओं में भाग लिया तथा ऊर्जा बचत की अवधारणाओं को प्रभावी ढंग से व्यक्त किया, वह बधाई के पात्र है। आशा है कि हमारे बच्चों में ऊर्जा सरंक्षण के प्रति जागरूकता बढे़गी। हमें ऊर्जा उपभोग व ऊर्जा वेस्ट के बीच अन्तर को समझना होगा। राज्य सरकार ओनजीसी तथा ऊर्जा सरंक्षण की दिशा में कार्य कर रहे सभी हितधारकों के साथ मिलजुल ऊर्जा सरंक्षण की दिशा में कार्य करेगी। हमें इस उद्येश्य हेतु तकनीकी का अधिक से अधिक प्रयोग करना होगा। राज्य में ट्रांसमिशन लाॅस को कम करने के प्रयासो पर विशेष बल देना होगा। इलैक्ट्रिक वेस्ट को कम किए जाने की जरूरत है। ऊर्जा संरक्षण को एक जन आन्दोलन बनाना होगा।
इस अवसर पर यूजेवीएन, यूपीसीएल व उरेडा के पदाधिकारी उपस्थित थे।
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