नई दिल्ली/देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखण्ड निवास, स्थित भोजनालय में आज मध्याह्न में उत्तराखण्ड के पारम्परिक व्यंजनों का
लुत्फ उठाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमारी संस्कृति एवं परम्परायें न केवल अपनी जड़ों से जोड़ती है, अपितु अपनी संस्कृति को बढ़ाने में सहायक होती है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रवासी उत्तराखण्डियों को महीने में एक बार उत्तराखण्ड निवास, नई दिल्ली में पारम्परिक भोजन करना चाहिये एवं अपने घरों में उत्तराखण्डी फलों, दालों का अधिक से अधिक प्रयोग करना चाहिए, इससे उत्तराखण्ड की अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रवासी उत्तराखण्डियों के अलावा अन्य राज्यों के लोग भी उत्तराखण्ड निवास आकर उत्तराखण्ड के परम्परागत पहाड़ी व्यंजनों का आनन्द उठायें और उत्तराखण्ड की संस्कृति एवं परम्पराओं की झलक देखे।
ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री की पहल पर द्वारा दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड निवास के भोजनालय में उत्तराखण्ड के पारम्परिक व्यंजनों को परोसे जाने के निर्देश दिये थे, जिसके बाद प्रत्येक रविवार को उत्तराखण्ड निवास के भोजनालय में उत्तराखण्ड के स्वादिष्ट व्यंजनों को परोसा जा रहा है।