देहरादून: प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा मंत्री उत्तराखण्ड सरकार मंत्री प्रसाद नैथानी ने आज विधान सभा स्थित सभागार में प्रस्तावित एन.सी.सी. एकेडमी श्रीकोट-माल्ड़ा के विकास खण्ड देवप्रयाग में खोले जाने हेतु त्रिपक्षीय वार्ता की।
बैठक में उन्होंने कहा कि प्रदेश के सामरिक दृष्टि कोण को देखते हुए यहाॅ एन.सी.सी. कैडिट होना आवश्यक है। वार्ता में उन्होंने बताया कि प्रदेश में तीस हजार एन.सी.सी. के कैडेड विभिन्न स्कूल काॅलेजों में प्रशिक्षण/विषय लिया है। उत्तराखण्ड राज्य में अकादमी की स्थापना प्रस्तावित है। उक्त अकादमी में राज्य के अतिरिक्त अन्य राज्यों के एन.सी.सी.कैडिट भी प्रशिक्षण ले सकेंगे। राज्य मे अकादमी स्थापना से यहाॅं के युवाओं को सेना, अर्द्धसैनिक बल और अन्य सैनिक सुरक्षा बलों में भागीदारी को बढ़ावा दिया जा सकेगा। उक्त अकादमी की स्थापना के लिये जनपद टिहरी के देवप्रयाग ब्लाॅक में श्रीकोट-माल्ड़ा में लगभग 200 नाली भूमि ग्रामीणों के सहयोग से व्यवस्था कर ली गयी है। अकादमी के लिये 200 नाली भूमि की आवश्यकता और होगी जिसमें फायरिंग रेंज तथा अन्य विकसित अवस्थापना सुविधाऐं विकसित की जायेगी।
बैठक मे वहाॅ के क्षेत्रीय कास्तकारों/नागरिकों से भी वार्ता मंत्री जी द्वारा की गयी। परन्तु वहाॅं के नागरिकों ने कहा कि अपनी सामथ्र्य से ज्यादा भूमि वो इस पुनीत कार्य के लिये दे चुके हैं। शेष भूमि के लिये सरकार को 50 प्रतिशत मुआवजा की मांग उनके द्वारा की गयी इस पर मंत्री जी ने क्षेत्र के नागरिकों से कहा कि यह एक अन्तर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त अकादमी होगी। जिससे वहाॅं के क्षेत्र का सिनिरियों बदलेगा वह इस पुनीत कार्य में सकारात्मक दुष्टिकोण रखते हुए इस कार्य को अम्लीजामा पहनाने में सरकार की भरपूर मदद करें। त्रिपक्षीय वार्ता में यह निष्कर्ष निकलकर सामने आया कि तत्काल ही एन.सी.सी. की अकादमी स्थापना के लिये एन.सी.सी. के ग्रुप कमाण्डर के साथ एक बार स्थलीय निरिक्षण करा लिया जाये। जिस पर सहमति बनाते हुए दो एक-दिन मे ही शिक्षा विभाग एवं भूमिदारों जिनकी भूमि उक्त स्थान पर है। एन.सी.सी. के अधिकारियों के साथ भूमि की आवश्यकता को देखेंगे।
बैठक में उन्होंने शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से कहा कि एन.सी.सी.के कोर्डिनेशन मे जो दिक्कतें आ रही हैं उनका हर सम्भव निदान प्राथमिकता के आधार पर किया जाये। इसके लिए उन्होंने सचिव शिक्षा को निर्देश दिये कि शासन स्तर पर नोडल अधिकारी तथा शिक्षा मुख्यालय पर नोडल अधिकारी नामित किया जाये जिसके एन.सी.सी.के प्रशिक्षणार्थियों को त्वरित लाभ मिल सके इसके लिए सचिव शिक्षा ने शासन स्तर पर अपर सचिव शिक्षा रंजनावर्मा तथा मुख्यालय स्तर पर अपर निदेशक शिक्षा भूपेन्द्र सिंह नेगी को नामित करने के आदेश दिये। इसके साथ ही उन्होंने मंत्री जी के निर्देशानुसार 2 करोड़ रू0 का प्रस्ताव कन्टीजैन्ट के माध्यम से बनाने के निर्देश भी दिये। जिसके मुख्यमंत्री से अनुमोदन करा लिया जायेगा। जिस धनराशि से सहयोगी एन.सी.सी.अधिकारियों के रैंक पै, आनरेरियम आऊट फीट एलाउन्स और सहयोगी एन.सी.सी.अधिकारियों के स्थानान्तरण व पदोन्नति उन्हीं विद्यालयों/संस्थानों मे की जाये जहाॅं पर हम इस प्रकार का प्रशिक्षण चल रहा है।
बैठक में एन.सी.सी. के ग्रुप कमाण्डर ने एन.सी.सी.की सभी समस्याओं से मंत्री जी को अवगत कराया। इसके लिए शिक्षा मंत्री ने सचिव शिक्षा को निर्देश देते हुए कहा कि उन्ही विद्यालयों में एन.सी.सी. अधिकारियों को रखें जहाॅं एन.सी.सी. की गतिविधियाॅ चल रही हैं।
बैठक में सचिव शिक्षा डी0सेंथिल पांडियन, अपर सचिव विद्यालयी शिक्षा रंजना वर्मा, ओएसडी शिक्षा मंत्री जी.एस.रतुड़ी, एन.सी.सी. के ग्रुप कमाण्डर ब्रिगेडियर आर.एस.धैंया, डायरेक्टर एन.सी.सी.कर्नल रमन अरोड़ा, ट्रेनिंग आॅफीसर लेफ्टनैन्ट कर्नल अर्चना गुसाई, एसोशिएट एन.सी.सी. आफीसर, लैफ्टनैन्ट जसपाल सिंह नेगी, डी.एस.बागरी ग्राम श्रीकोट, एच.एस.बागरी ग्राम श्रीकोट आदि मौजूद थे।