उत्तराखंड/नई दिल्ली: “हिमश्री” प्रोडक्शन के बैनर तले उत्तराखंड की गौरवशाली सैन्य परंपराओं पर आधारित सुप्रसिद्ध साहित्यकार, पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक के उपन्यास पर निर्मित उत्तराखंडी फिल्म मेजर निराला का प्रोमो रिलीज आज राष्ट्रीय संग्रहालय नई दिल्ली में किया गया । इस कार्यक्रम में पूर्व थल सेना अध्यक्ष एवं वर्तमान में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री जर्नल वी. के सिंह मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहे । कार्यक्रम अध्यक्षता पद्म श्री राम बहादुर राय जी अध्यक्ष इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा की गई । इस अवसर पर सांसद एवं प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता , गायक एवं दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने विशिष्ट अतिथि के रुप में कार्यक्रम में शिरकत की ।
मुख्य अतिथि श्री जनरल वीके सिंह ने फिल्म की सफलता के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा की यह भी प्रथम बार देखने को मिला है कि राजनीति और साहित्य के शीर्ष पर पहुंचे हुए व्यक्तित्व की कृति पर फिल्म का निर्माण किया गया है । ज्ञातव्य है कि डॉ रमेश पोखरियाल निशंक की 60 अधिक रचनाएं छप चुकी हैं जिन पर देश विदेश में शोध हो रहा है और देश विदेश के विश्वविद्यालयों में पढ़ाई भी जा रहे हैं । डॉ निशंक अपनी रचनाओं के लिए कई राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सम्मान पा चुके हैं । उन्होंने कहां की राष्ट्रीय सीमाओं पर तैनात सैनिकों तमाम कठिनाइयों में घिरे होने के बाद भी उनकी पहली और शीर्ष प्राथमिकता देश की सीमा पर अपनी कुर्बानी देने की रहती है उन्होंने कहा कि उत्तराखंड वीर भूमि है और इस फिल्म को देखने पर उत्तराखंड का निवासी एवं हर देशभक्त अपने को गौरवान्वित महसूस करेगा अपने अभिभाषण में जनरल वीके सिंह ने उत्तराखंड राज्य के लोगों की सशस्त्र सेनाओं में उत्कृष्ट भूमिका की सराहना की । उन्होंने डॉ निशंक, फिल्म के निर्माता एवं निर्देशक को सफलता की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उत्तराखंड के लोगों ने अपने पुरुषार्थ के बल पर समाज में अपना विशिष्ट स्थान बनाया है ।
विशिष्ट अतिथि अभिनेता सांसद मनोज तिवारी ने क्षेत्रीय फिल्मों की महत्ता के बारे में बताते हुए कहा की फिल्में अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है । मेजर निराला के लिए शुभकामनाएं देते हुए श्री तिवारी ने आशा प्रकट की कि फिल्म दर्शकों को बेहद पसंद आएगी । डॉ निशंक के कृतित्व की सराहना करते हुए कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री राम बहादुर राय ने फिल्म द्वारा उठाए गए विषय पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहां की उत्तराखंड की उच्च सैन्य परंपरा को उजागर करती यह फिल्म उत्तराखंड के अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य एवं वहां की गौरवशाली परंपराओं को भी सामने लाएगी ।प्रोमो रिलीज होने से पूर्व फिल्म के गीतों को लांच किया गया था जिसे सुनकर लोग झूम उठे फिल्म की विशेषता इंगित करते हुए निर्मात्री आरुषि निशंक ने सबका स्वागत करते हुए बताया कि मेजर निराला ऐसी पहली गढ़वाली फिल्म है जिसमें बॉलीवुड के सुप्रसिद्ध गायक कैलाश खेर ने गीत गाया है । उत्तराखंड राज्य की गौरवमयी सैन्य परंपराओं को दर्शाती यह फिल्म देश की विभिन्न भाषाओं के साथ साथ विदेश भाषाओं में भी डब कर इसका प्रचार प्रसार किया जाएगा । पहली बार इस उत्तराखंडी फिल्म को दुबई ,कनाडा ,अमेरिका, इंग्लैंड, मॉरिशियस आदि देशों में प्रदर्शित किया जाएगा ।
टी सीरीज द्वारा प्रथम बार वर्ष 1991 में डॉ निशंक के गीतों पर चित्रहार बनाया गया था ।
इस अवसर पर प्रिंट इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों के अलावा उत्तराखंड के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे उपस्थित जनसमूह का आभार व्यक्त करते हुए मेजर निराला के लेखक डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि उत्तराखंड की भूमि देवभूमि के साथ वीर भूमि है यहां का नौजवान जहां सीमा पर अपना सर्वस्व निछावर करता है वही यहां की मातृशक्ति द्वितीय पंक्ति में खड़े होकर राष्ट्र सेवा में समर्पित रहती है । उत्तराखंड ने हमेशा देश को ताकत दी है और यहां के लोग पूरे विश्व के लिए प्रेरणा स्रोत बने हैं । उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर प्राकृतिक सौंदर्य अध्यात्म एवं प्रेरणाप्रद दर्शनीय स्थलों का अवलोकन इस फिल्म के माध्यम से हो सकेगा । इस अवसर पर फिल्म की निर्मात्री आरुषि ने अतिथियों का धन्यवाद प्रकट करते हुए आशा प्रकट की की उत्तराखंड की सैन्य परंपरा और प्राकृतिक सौंदर्य को जन जन तक पहुंचाने का उनका यह प्रयास सबको पसंद आएगा इस अवसर पर फिल्म के सह निर्माता हिमांशु सुंदरियाल , अभिनेता राजेश मालगुडी, निदेशक गणेश वीरान सह , निदेशक डी एस नेगी , निर्माण प्रबंधक बेचैन कंडियाल, सह मीडिया प्रभारी नीरज रावत उपस्थित थे ।
फिल्म के प्रति जनसमूह में अपार उत्साह देखा गया भीड़ की वजह से हॉल में कई लोग को बैठने की जगह नहीं मिल पाई इस अवसर पर कई लोगों ने इस बात पर प्रसन्नता प्रकट की किस फिल्म में उत्तराखंड के नैसर्गिक सौंदर्य के साथ वहां की वीर परंपरा रीति रिवाजों लोक संगीत परंपराओं संस्कृति एवं ग्रामीण जीवन के दर्शन होते हैं फिल्म के प्रोमो रिलीज में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे ,उत्तराखंड मूल के लोगों के अलावा विभिन्न स्थानों से आए लोग उपस्थित रहे ।