लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि शिक्षा के स्तर को उठाकर ही अच्छे और स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सकता है। इसीलिए राज्य सरकार प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए गम्भीरता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि समाज को बेहतर दिशा देने का गुरुतर दायित्व शिक्षकों पर ही है। उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्याें की समस्याओं के समाधान के लिए एक कमेटी गठित की जाएगी, जिसमें माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री श्री विजय बहादुर पाल सदस्य के रूप में होंगे।
मुख्यमंत्री आज यहां बख्शी का तालाब, इण्टर काॅलेज के प्रांगण में आयोजित उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद के 39वें प्रान्तीय अधिवेशन के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर बनाने के लिए लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के इस दौर में उत्तर प्रदेश को भी शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार लाना होगा, जिससे हमारे नवयुवक प्रतिस्पर्धा में किसी से पीछे न रहें। उन्होंने कहा कि जिस देश में शिक्षा का स्तर अच्छा होता है वहां विकास भी अच्छा होता है। इसी के दृष्टिगत राज्य सरकार द्वारा 12वीं पास छात्रों के लिए निःशुल्क लैपटाॅप योजना के तहत 15 लाख से ज़्यादा लैपटाॅप वितरित किए गए हैं, ताकि छात्र-छात्राओं को संसार में हो रहे बदलाव की जानकारी बेहतर ढंग से मिल सके।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार अवस्थापना सुविधाओं को मजबूत बनाने का कार्य कर रही है। लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना की शुरुआत हो चुकी है। राज्य सरकार द्वारा गरीब, किसान, और कमजोर वर्गाें के लिए अनेक प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा और ‘102’ नेशनल एम्बुलेन्स सर्विस आम जन में काफी लोकप्रिय है। बिजली के क्षेत्र में राज्य सरकार ने कई फैसले लिए हैं तथा सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने का कार्य भी किया जा रहा है। उन्होंने भरोसा जताया कि राज्य सरकार के इन प्रयासों के फलस्वरूप प्रदेशवासियों के जीवनस्तर में सुधार होगा।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री ने सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया। काॅलेज के प्रबन्धक श्री भगवती सिंह ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर सांसद श्री धर्मेन्द यादव, श्री अक्षय यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण, प्रधानाचार्य परिषद के अनेक सदस्य व गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।