देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को मसूरी में केंक्रेग में मल्टीलेविल कार पार्किंग निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। 13 वें वित्त आयोग के अंतर्गत बनने वाले इस पार्किंग की अनुमानित लागत 31 करोड़ 95 लाख रूपए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मसूरी में आॅडिटाॅरियम के काम को जल्द क्रियान्वित कराया जाएगा। सरकार के प्रयासों से देश विदेश के पर्यटकों में उत्तराखंड के प्रति विश्वास बढ़ा है। चारधाम यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। वर्ष 2012 से बेहतर सुविधाएं चारधाम यात्रा मार्ग पर विकसित की गई हैं।
इसके बाद एमपीजी महाविद्यालय छात्र संघ के वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि नियमित पढ़ाई के साथ ही विद्यार्थियों को हुनर का ज्ञान महत्वपूर्ण है। आज जमाना प्रथम में प्रथम आने का है। कम्पीटीटीव एक्सीलेंस के युग में पीछे नहीं रहा जा सकता है। सरकार की कोशिश है कि विद्यार्थियों को टेक्नोलोजी व दस्तकारी का प्रशिक्षण दिया जा सके। हाॅस्पीटेलिटी की भी अपार सम्भावनाएं हैं। जो व्यक्ति स्वयं को जितना अच्छे तरीके से प्रस्तुत कर पाता है, उतनी ही जीवन में सफलता प्राप्त होती है। इसके लिए भाषाओं विशेष रूप से स्पोकन इंग्लिश का ज्ञान भी आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एमपीजी महाविद्यालय नगर पालिका मसूरी के अंतर्गत है। नगर पालिका इसके विस्तारीकरण का प्रस्ताव बनाकर भेजे, सरकार इसकी स्वीकृति दे देगी। यह तय कर लिया जाए कि कौन से 1-2 विषय आवश्यक हैं, उन विषयों की पढ़ाई वर्ष 2016-17 के सत्र से प्रारम्भ कर दी जाएगी। राज्य सरकार ने रेगुलर कक्षाओं के बाद वोकेशनल टेªनिंग के लिए उत्कर्ष योजना प्रारम्भ की है। सभी प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है। सितम्बर-अक्टूबर तक हाई स्कूल व इंटरमीडिएट काॅलेज में भी अध्यापकों की नियुक्ति कर दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के लिए ढांचागत सुविधाएं जुटाना सरकार का दायित्व है परंतु प्रदेश में शैक्षिक वातावरण बनाने में छात्र-छात्राओं, अभिभावकों, अध्यापकों को भी सरकार के साथ आना होगा। इसके लिए सहभागिता विकसित करनी होगी। शिक्षा का अर्थ केवल एकेडमिक पढ़ाई नहीं है बल्कि हुनर का ज्ञान भी इसमें समाहित है। सरकार प्रदेश के युवाओं को जीविकोपार्जन व आजीविका के अवसर विकसित करने की दिशा में काम कर रही है। हमें अपने कृषि उत्पाद व ग्रामीण उत्पादों की मार्केटिंग पर ध्यान देना होगा। मंडुवा, काला भट, कंडाली, भांगुल, भीमल आदि स्थानीय उत्पादों के उपयोग से ग्रामीणों की आय बढ़ाने की कार्ययोजना बनाई गई है।
इस अवसर पर मसूरी नगर पालिका के अध्यक्ष मनमोहन मल्ल, पूर्व जिला पंचायत सदस्य गोदावरी थापली, महाविद्यालय के प्राचार्य डा.सुधीर गैरोला, छात्रसंघ अध्यक्ष रीतेश सिंह रावत सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
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