देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को माजरा, सहारनपुर रोड़ पर आयोजित एक कार्यक्रम में देवभूमि जनसेवा केन्द्र का उदघाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा यह एक नई पहल शुरू की गई है, जिसमें आम आदमी को अब तहसील या कलैक्ट्रेट नहीं जाना पडेगा। जन्म प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र सहित अन्य आवश्यक प्रमाण पत्र आम आदमी को उसके घर के पास ही उपलब्ध हो सकेंगे।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के इस युग में आई.टी. का अधिक से अधिक उपयोग जनमानस के लिए होना चाहिए। इसे देखते हुए आई.टी. विभाग ने पीपीपी मोड पर देवभूमि जन सेवा केन्द्र दूरदराज के क्षेत्रों में शुरू करने का निर्णय लिया है। जिसकी आज देहरादून से शुरूआत की गई है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि लोगो को किसी भी प्रकार के सर्टिफिकेट लेने में कोई कठिनाई न हो, इसके लिए इस प्रकार के केन्द्र स्थापित किये जा रहे है। इन केन्द्रो से तहसील द्वारा जारी किये जाने वाले सभी प्रमाण पत्र जैसे स्थाई निवास , जाती प्रमाण पत्र , आय प्रमाणपत्र के अलावा जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र ,चालान जमा करने ,डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की भी सुविधा होगी। इन केन्द्रो से बिजली एवं पानी के बिल्लो का भुगतान भी किया जा सकेगा !राज्य सरकार के पास अपने सीमित संसाधन है, लेकिन जनहित में हमने निर्णय लिया है कि ऐसी सेवाओं को पीपीपी माॅडल पर शुरू किया जायेगा। देवभूमि जनसेवा केन्द्र पर आवेदन करने वाले लाभार्थियों को मुख्यमंत्री श्री रावत ने प्रमाण पत्र प्रदान किये। इस अवसर पर वन मंत्री दिनेश अग्रवाल, सचिव सूचना प्रौद्योगिकी दीपक गैरोला आदि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दून चिकित्सालय पहुंचकर नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट की कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने श्री भट्ट से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली। साथ ही श्री भट्ट के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। मुख्यमंत्री श्री रावत ने चिकित्सकों से भी विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
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