हरिद्वार/देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नेपाल में आयी त्रासदी से निपटने के लिए मदद हेतु अधिकारियों को रणनीति बनाने का निर्देश दिया। डाम कोठी गेस्ट हाऊस में अखाड़ों, संतों, शांतिकुंज, भारत माता मंदिर, इण्डस्ट्रीज एशोसिएशन, व्यापार मण्डल इत्यादि के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करते हुए अपील की कि नेपाल वासियों की हर प्रकार से मदद की जाए।
राहत सामग्री अनाज, कपड़ा, दवाएं, नकद धनराशि से मदद की जाएगी। जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद नोडल अधिकारी के माध्यम से समन्वय कर राहत सामग्री को एकत्र कर इसे नेपाल भूकम्प पीडि़तों को भेजा जाए। नकद धनराशि चेक के माध्यम से ली जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नेपाल हमारा पड़ोसी देश है और इसके साथ हमारा आध्यात्मिक, धार्मिक व भाई चारे का रिश्ता है। इसलिए इस कठिन परिस्थिति में नेपाल की मदद करना हमारा नैतिक दायित्व है। मुख्य सचिव एन0 रविशंकर ने कहा कि हमारा प्राथमिक लक्ष्य तात्कालिक राहत पहुंचाना है। इसके पश्चात् पुनर्निर्माण कार्य में मदद दी जाएगी। सिडकुल एशोसिएशन के हरेन्द्र गर्ग, अरूण सारस्वत ने कहा कि उद्योग जगत इसमें हर सम्भव सहयोग करेगा। व्यापार मण्डल के कैलाश केशवानी ने कहा कि शीघ्र व्यापारियों की बैठक में मदद का प्रस्ताव लाया जाएगा। भारत माता मंदिर के आई0डी0 त्रिवेदी ने संस्था की ओर से 01 लाख रूपये का चैक दिया। शांतिकुंज व परमार्थ निकेतन के प्रतिनिधि ने जानकारी दी कि तात्कालिक राहत सामग्री भेज दी गई है, इसके अतिरिक्त शेष समन्वय कर भेजी जायेगी।
बैठक में स्वामी रविन्द्र पुरी महाराज,हरिचेतनानन्द महाराज, रामानन्दपुरी महाराज, मोहनदास महाराज, पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, मण्डी परिषद अध्यक्ष संजय चोपड़ा, अमरीश कुमार, जिलाधिकारी एच0सी0 सेमवाल, मेलाधिकारी एस0ए0 मुरूगेशन, सीडीओ रंजना, एडीएम जे0एस0 नागन्याल, एसपी सिटी सुरजीत सिंह पंवार इत्यादि उपस्थित थे।