उधमसिंहनगर/देहरादून: मंगलवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पंतनगर कृषि विश्व विद्यालय के काॅलेज आफ एग्री बिजनेस मैनेजमेंट सभागार में उधमसिंहनगर के औद्योगिक संगठनों, व्यापार मण्डल, स्वंयसेवी संगठनों के पदाधिकारियों एवं अधिकारियों के साथ विगत 25 अप्रैल,2015 में पडोसी देश नेपाल में आये भीषण भूकम्प त्रासदी में बडी संख्या में जान माल की हुई क्षति में तात्कालिक व दीर्घकालीन सहयोग प्रदान करने हेतु व्यापक विचार विमर्श किया।
उन्होंने अपील की है, कि पडोसी देश नेपाल की हर क्षेत्र में मदद करने को आगे आये। उन्होंने कहा कि नेपाल से हमारे सामाजिक,व् यापारिक, शैक्षिक एवं निर्माण के क्षेत्र में गहरे सम्बन्ध है तथा इस भीषण त्रासदी में हमारा नैतिक उत्तरदायित्व है, कि हम नेपाल देश के सहयोग हेतु केन्द्र सरकार के साथ मिलकर सहयोग में बराबर की भागीदारी निभायें। मुख्यमंत्री श्री रावत ने उद्यमियों, व्यापारियों, स्वंय सेवी संगठनों एवं अन्य समाज सेवकों से अपील की है कि वह नेपाल देश की आपदा की घडी में जो सहयोग दे उसे प्रचार प्रसार का माध्यम न बनाकर सेवा भाव व मानवीय दृष्टिकोण से दें। उन्होंने जिलाधिकारी डाॅ0 पंकज कुमार पाण्डेय को निर्देश दिये कि वे उद्यमियों व अन्य संगठनों से समन्वय स्थापित कर भूकम्प पीडितों हेतु सहयोग राशि व सामग्री जुटाने का प्रयास करें तथा दानदाताओं द्वारा जो सहयोग नकद अथवा ड्राफ््ट रूप में प्रदान किया जाता है उस राशि के लिये मुख्यमंत्री राहत कोश के नाम खाता खोलना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने मददकर्ताओं से अपील की है कि वह भूकम्प पीडितों के लिये जो भी राहत सामग्री दे वह टिकाऊ हो यथा सम्भव नकद रूप हो ताकि जो सामान वहां पहुंचे वह खराब न हो । उन्होंने कहा कि नेपाल के साथ हमारे काफी करीबी सम्बन्ध है तथा नेपाल देश ने 2013 की आपदा में हमारा हर रूप में काफी सहयोग किया है। इसलिये हमारा दायित्व है कि हम हर रूप में पडोसी देश की सहायता के लिए आगे आयें।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि नेपाल में आई भीषण त्रासदी के प्रति हमारा प्रदेश पूरी तरह से गंभीर है तथा हमारी ओर से नेपाल के लिये बहुत बडी तादात में राहत सामग्री के साथ सेवार्थी भी भेजे जा रहे। उन्होंने नेपाल के हालात को दृष्टिगत रखते हुये रैस्क्यू टीम के रूप में अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा के साथ चार वरिष्ठ अधिकारियों की टीम भेजी है, जो कि नेपाल में आयी त्रासदी का जायजा ले रही है। उन्होंने बताया कि नेपाल में घायलों को तत्काल ईलाज उपलब्ध कराने के लिये 500 यूनिट ब्लड हमारे प्रदेश से भेजा गया है, तथा 2000 यूनिट ब्लड और भेजने की तैयारी कर रहे है। इसके अलावा चिकित्सक एवं इंजीनियर की टीम के साथ ही एनसीसी, स्वंय सेवक की टीम भी सहायतार्थ भेजी जा रही है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने मददकर्ताओं से अपील की है, कि राहत के रूप कपडे, टार्च, बर्तन, सोलर लाईट के साथ खाद्य सामग्री के 5-5 किलो पैक बनाकर भेजें जाय।
वित्त मंत्री डाॅ0 इन्दिरा हृदयेश ने कहा कि नेपाल में आई त्रासदी में सहयोग के लिये केन्द्र सरकार ने उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश व बिहार प्रान्तों के विशेष रूप से सहयोग देने के लिये आभार व्यक्त किया है। उन्होंने उद्यमियों व अन्य संगठनों से कहा कि वह अपने सामथ्र्य के अनुसार पडोसी देश के सहयोग के लिये आगे आये। डाॅ0 हृदयेश ने इस बात पर बल दिया कि नकद रूप मे सहायता राशि प्रदान की जाय। राजस्व मंत्री यशपाल आर्य ने बैठक में उपस्थित के लिये उद्यमियों व व्यापारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें जनपद उधमसिंह नगर एवं हरिद्वार से भूकम्प पीडितों की सहायतार्थ बहुत आशाएं हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि नेपाल की इस आपदा की घडी में दोनों जिले सहयोग प्रदान करने के लिये कंधे से कंधे मिलाकार आगे आयेंगे।
बैठक में मुख्य सचिव एन रवि शंकर ने कहा कि त्रासदी में प्रभावितों को हर सम्भव सहयेाग देने के लिये वह लगातार अधिकारियों के साथ विचार विमर्श कर रहे। उन्होंने बताया कि नेपाल भेजी गई निरीक्षण टीम द्वारा अवगत कराया गया है कि लोंगों के रहने के लिये मकान पूरी तरह ध्वस्त है, ऐसे हालात में सबसे ज्यादा टैन्ट की आवश्यकता है। लिहाजा उद्यमी अथवा व्यापारी टैन्ट अथवा टिकाऊ सामग्री को प्राथमिकता दें।
जिलाधिकारी डाॅ0 पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि 25 अप्रैल से ही नेपाल में आई भूकम्प त्रासदी के लिये अधिकारियों को सक्रिय कर दिया गया है, तथा अपर जिलाधिकारी नजूल आशीष भटगई व आपदा प्रबन्धन अधिकारी डाॅ0 अनिल शर्मा को अधिकारियों के साथ समन्वय के लिये नोडल अधिकारी बना दिया गया है। उन्होंने बताया कि त्रासदी के लिये अधिकारियों के साथ ही जनपद के उद्यमियों, व्यापारियों व अन्य संगठनों तथा जनता का पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने बताया कि खराब होने वाले सामग्री उनके द्वारा नही भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा शीघ्र ही अधिकारियों व विभिन्न संगठनों के साथ बैठक बुलाई जायेगी।
बैठक में उपस्थित विभिन्न संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि भूकम्प पीडितों को हर सम्भव सहयोग प्रदान किया जायेगा।
बैठक में डीआईजी पुष्कर सिंह सैलाल, जिलाधिकारी डाॅ0 पंकज कुमार पाण्डेय, एसएसपी नीलेश आनन्द भरणें, सीडीओ इवा आशीष श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव व आशीष भटगई, उप जिलाधिकारी विजय कुमार जोगडण्डे समेत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के अलावा पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड, सेवा सिंह, हरीश पनेरू, पुष्कर राज जैन के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि सहित सिडकुल एसोशिएशन के अध्यक्ष अजय तिवारी, आरके गुप्ता, गोपाल अग्रवाल, संजय सिंह, संदीप पाण्डे, अवनेश यादव, अनीता सिंह, वीवी श्रीधर, सौरभ सक्सेना, सतीश चन्द्र व बडी संख्या में उद्यमी, व्यापार संगठन व स्वंय सेवी संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।