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एनडीडीबी के चेयरमैन टीण्नंदा कुमार मुख्यमंत्री हरीश रावत से करते हुए।

उत्तराखंड
देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत से बीजापुर राज्य अतिथि गृह में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष टी.नंदा कुमार ने भेंट की। इस अवसर पर राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के दुग्ध विकास और पशुपालन व्यवसाय के लिए राष्ट्रीय दुग्ध विकास बोर्ड राज्य सरकार को पूरा सहयोग प्रदान करेगा। प्रदेश के दुग्ध व्यवसाईयों व पशुपालकों को बेहतर प्रशिक्षण व्यवस्था उपलब्ध करायी जायेगी।

मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में दुग्ध विकास को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक योजनाएं शुरू कर रही है। दुग्ध उत्पादकों के लिए प्रोत्साहन भत्ता योजना भी शुरू की गई है। हमारे प्रदेश की विषम भौगोलिक परिस्थितियां है, जिस कारण अन्य राज्यों की अपेक्षा उत्तराखण्ड को विशेष सहयोग की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड राज्य के अनुकुल कुछ नई योजनाएं शुरू करे, जिनका शत-प्रतिशत वित्त पोषण हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जो प्रस्ताव बोर्ड को भेजे जाय, उनक पर शीघ्र ही स्वीकृति प्रदान की जाय। प्रदेश में दुग्ध समितियां गठित की गई है, जिनको बेहतर प्रशिक्षण की आवश्यकता है। इसके साथ ही अधिक दुग्ध उत्पादन के लिए उपकरण की व्यवस्था भी की जानी आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रदेश के पशुपालकों के लिए भी योजनाएं शुरू की गई है। ऐसे में यदि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड उनके लिए भी कुछ नई योजनाएं लाये, तो उसका स्वागत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में महिला डेयरी संघों की स्थापना पर विशेष जोर दिया जा रहा है। दुग्ध विकास ग्रामीण क्षेत्रों की आर्थिकी का आधार बने, इसके लिए सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि 50 दुग्ध समितियों पर एक पनीर प्लांट लगाने के साथ ही इसकी पैकेजिंग व मार्केटिंग में भी बोर्ड सहयोग प्रदान करे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पैरा वेटनरी स्टाॅफ की उपलब्धता के लिये भी प्रयास किये जा रहे है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में इनकी उपलब्धता हो सके। दोनो मण्डलों मं इसकके प्रशिक्षण केन्द्र खोले जायेंगे।
राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष टी.नंदा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के दुग्ध विकास के लिए शीघ्र ही डेयरी प्लान तैयार कर शीघ्र उपलब्ध कराये। प्रदेश की दुग्ध समितियों को प्रशिक्षण व तकनीकी सहयोग प्रदान करने के लिए भी कार्ययोजना तैयार की गई है। पशुपालन के क्षेत्र में क्रास ब्रीडिंग व पैरा वेटनरी के क्षेत्र में भी दक्षता विकास की आवश्यकता है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव एस.राजू, प्रमुख सचिव रणबीर सिंह, निदेशक पशुपालन कमल सिंह, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के ई.डी. संग्राम चैधरी, डी.जी.एम. मिनीश शाह, डिप्टी मैनेजर मोहम्मद राशिद आदि उपस्थित थे।

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