देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने निगमों से अपनी आय के संसाधनों में वृद्धि के साथ ही बदलते दौर में और अधिक व्यवसायिक दृष्टिकोण अपनाने को कहा है।
रविवार को आईएसबीटी में उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के द्विवार्षिक अधिवेशन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि रोडवेज कर्मचारी यूनियन अपने निगम की अर्थिक स्थिति को घाटे से उभारकार लाभ की स्थिति में पहुंचाए। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम के लिए नई बसें क्रय की गई हैं, यदि आवश्यकता पडती हैं तो और भी बसें उपलब्ध करायी जाऐंगी। निगम को घाटे से उभारने के लिए निगम की देन दारियों को राइट आॅफ करने की प्रक्रिया गतिमान हैं, इससे परिवहन निगम अपने पांव पर खडा हो सकेगा तथा अन्य निगमों की भांति लाभ की स्थिति में आ सकेगा। उन्होेंने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार द्वारा 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों तथा 60 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को रोडवेज की बसों में मुफ्त यात्रा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिसका भुगतान सरकार करेगी। इसके अतिरिक्त जीएमवीएन व केएमवीएन को भी निर्देश दिए हैं कि वे यात्रियों को रोडवेज की बसों से भी यात्रा करायें, इससे निगम की आय में वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तर प्रदेश के साथ निगम के जो विवाद है, उन्हें सुलझाया जा रहा है। निगम बस अड्डो व अन्य खाली जमीनों का व्यवसायिक उपयोग करें। उन्होंने कहा कि अब समय व्यवसायिकता का हैं, इसलिए समय के साथ चलने के लिए आय के संसाधनों को बढ़ाना होगा। यह कर्मचारी यूनियनों को भी सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने रोडवेज कर्मचारी यूनियन की मांगों पर सकारात्मक रूप से कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में निगम कार्मिकों को अन्य राज्यों की अपेक्षा ज्यादा वेतन दिया जाता हैं, और कर्मचारी भी ज्यादा हैं। उन्होंने निगम को अपने पांव पर खडे होने को कहा तथा परिवहन निगम कमाने वाला बने गवाने वाला नहीं। उन्होंने कहा कि निगम की व्यवस्थाओं में सुधार लाने के लिए 4-5 साल तक एक ही मैनेजमंेट रखे जाने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी के साथ भी गलत नही किया जाएगा और निगम की समस्याओं के समाधान का भी रास्ता मिलकर निकाला जाएगा।
इस अवसर पर वन मंत्री दिनेश अग्रवाल, विधायक ललित फर्सवाण, मुख्य संरक्षक सुशील राठी, अध्यक्ष एच.आर. बहुगुणा, महामंत्री अशोक कुमार चैधरी सहित बडी संख्या में रोडवेज कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी उपस्थित थे।