देहरादून: शुक्रवार को प्रातः काल में बाबा केदार के जयकारों व श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या के बीच श्री केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए। केदारधाम के कपाट खोले जाने के अवसर पर प्रदेश के राज्यपाल डाॅ कृष्णकांत पाल, मुख्यमंत्री हरीश रावत, कैबिनेट मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत व दिनेश धनै, बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल, विधायक शैलारानी रावत, मयूख महर व ललित फस्र्वाण के साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी प्रमुख रूप से उपस्थित थे। कपाटोद्घाटन के अवसर पर श्रद्धालुओं की उपस्थिति से अभीभूत सीएम श्री रावत ने भी पूरे उत्साह के साथ बाबा केदार के जयकारे लगाये तथा इस अवसर पर फिल्म जगत के मशहूर सूफीयाना गायक कैलाश खेर व स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत बाबा केदार के भजनों पर झूमे।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को प्रातःकाल में लैंचैली से केदारपुरी तक पैदल रास्ते से पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों से केदारधाम पहुॅच रहे श्रद्धालुओं से मुलाकात कर उनका स्वागत करने के साथ ही उनसे यात्रा मार्ग की व्यवस्थाओं पर उनकी राय ली, जिस पर श्रद्धालुओं द्वारा यात्रा मार्ग पर राज्य सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर संतुष्टि व्यक्त की गई। मुख्यमंत्री ने लैंचोली से केदारपुरी तक पैदल मार्ग, पेयजल, आवासीय, शौचालय, आदि मूलभूत व्यवस्थाओं के निरीक्षण के साथ ही घोडे-खच्चर व्यावसायियों व पोर्टरों से भी बातचीत कर यात्रा सुविधाओं के सम्बन्ध में उनके सुझाव लिए।
केदारनाथ घाम में उपस्थित मीडिया प्रतिनिधियों से अनौपचारिक वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आपदा के बाद पिछले वर्ष पैदल रास्ते ठीक नही थे, जिन्हें इस वर्ष यात्रा के लिए ठीक कर दिया गया है। साथ ही यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं के लिए अनेक नई सुविधायें विकसित की गई हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में राज्य सरकार और भी अधिक सुविधाएं विकसित करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा हैं कि श्रद्धालुआंे की भीड़ व जोश देखकर हमारा भी जोश बढ़ा है। उन्होंने बताया कि कपाटोद्घाटन के अवसर पर बाबा केदार के दर्शन के लिए अभी तक 2200 से अधिक श्रद्धालुओं के पहंुचने की जानकारी प्राप्त हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका उद्देश्य यात्रा को साल भर चलाना है। उन्होंने कहा कि जहां तक संभव होगा आगामी एक-दो वर्षों में केदारपुरी बेस कैम्प तक के पैदल मार्ग पर छोटे वाहनों के आवागमन के लिए रास्ते बनाने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षित उत्तराखण्ड का संदेश देश-विदेश में चला गया है, जिससे बड़ी संख्या में श्रद्धालु चार धाम यात्रा के लिए जुट रहे है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए चार धाम यात्रा से जुडे अधिकारियों को यात्रा मार्गों पर और अधिक सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दे दिये गये हैं।
मीडिया द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी चारधाम यात्रा के लिए स्वागत है, साथ ही हम प्रधानमंत्री जी से अनुरोध करेंगे कि पवित्र कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए पौराणिक यात्रा मार्ग को बहाल किया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की भगवान शिव के प्रति श्रद्धा एवं जज्बा ही है जो उन्होंने बड़ी तेजी से गौरीकुण्ड से केदारपुरी तक पैदल यात्रा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष केदारपुरी के अद्भुत दृश्य को देखकर लगता है कि मानो साक्षात भगवान शिव के दर्शन हो रहे हों।