देहरादून: मां सरस्वती सुख साधन नही चाहती है, वह जहां विद्या के साधक व साधना होती है, वहां वास करती है। हमें अपने अंदर के मंथन और विश्वास से आगे बढ़कर अपना व अपने देश-प्रदेश का नाम रोशन करना चाहिए। समाजहित में जो कार्य सामूहिक प्रयास से किये जाते है, वह सबसे बडा प्रयास होता है। यह बात मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय राजपुर रोड़ के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आज यह विद्यालय अपने स्थापना के 200 वर्ष पूरे कर रहा, जो हम सबके लिए गौरव की बात है। विद्यालय ने अपने स्वरूप को बनाये रखा, जो आज हमारे सामने एक विरासत के रूप में है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि किसी भी विद्यालय के लिए 200 साल का सफल काफी लम्बा होता है। मुख्यमंत्री ने विद्यालय में कम्पयूटर शिक्षा के लिए अपने वेतन से 51 हजार रुपये की धनराशि देने तथा विद्यालय भवन की मरम्मत व अन्य व्यवस्थाओं के लिए 5 लाख रुपये की धनराशि देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वे पहले दून को एक सुन्दर शहर के रूप में जानते थे या फिर राजधानी के तौर पर। लेकिन दून एक और बात के लिए जाना जाता है, वो है आपस में मिलजुलकर काम करने के लिए, जो समाज की चकाचैंध से हटकर काम करते है। उन्हांेने कहा कि सरकार एक माध्यम है काम करने का। व्यक्ति व सामूहिक प्रयास से किये गये काम सबसे बड़ा काम होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के लिए धन, वैभव या साधन की आवश्यकता नही होती है, केवल साधक की जरूरत होती है। उन्हांेने कहा कि दुनिया में बहुत से ऐसे लोग है, जो बचपन में अनाथ थे, लेकिन जब उनको रास्ता मिला, तो उसका उपयोग कर वे औरो के लिए मिशाल बने। हमें भी अपने अंदर के मंथन और विश्वास से आगे बढ़कर नाम रोशन करना होगा। उन्होंने कहा कि यहां आकर आज अच्छा लगा, मानवता के स्वर सुनना काफी अच्छा लगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत विद्यालय परिसर का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री स्कूली बच्चों से मिले। उनकी कक्षा में बैठे और बच्चों से सवाल-जवाब भी किये। विद्यालय के छात्र-छात्राओं सुल्तान, लक्ष्मी, सुमित, नितिन, चांदनी, हर्ष से मुख्यमंत्री मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही भवन जर्जर हो, लेकिन यहां के बच्चे काफी होश्यिार है। विद्यालय के बच्चे भी अपने बीच मुख्यमंत्री को पाकर सभी बच्चे काफी उत्साहित दिखे। विद्यालय के छात्र राहुल ने मुख्यमंत्री को ‘बच्चो का आग्रह’ नाम से ज्ञापन सौपा। एक अन्य छात्र सुरेश ने गंगा पर कविता का प्रस्तुतीकरण किया। जिसे सुनकर मुख्यमंत्री काफी प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि यहां के बच्चों ने दिल की गहराई वाले भाव प्रस्तुत किये है, जो उन्हें सदैव याद रहेंगे। मुख्यमंत्री ने बच्चो को पुरस्कृत भी किया।
इस अवसर पर राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक हुकुम सिंह उनियाल ने विद्यालय की गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर पूर्व विधायक गोपाल राणा, लाॅ कालेज के डीन राजेश बहुगुणा, नर बहादुर, मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक राजीव जैन, जनसंपर्क समन्वयक जसबीर रावत आदि उपस्थित थे।