देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने दो दिवसीय जनपद पिथौरागढ़ भ्रमण के दौरान मंगलवार को विधानसभा धारचूला में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने राजकीय इण्टर काॅलेज, खेत में 3254.38 लाख रूपए की लागत के विभिन्न कार्यों का शिलान्यास किया।
जिसमें 213.77 लाख रूपए लागत की बलुवाकोट जी.आई.सी भवन निर्माण, 209 लाख रूपए की ए.डी.बी.पोषित धारचूला नगर पेयजल योजना पुनर्गठन, 190 लाख रूपए लागत की धारचूला नगर पंचायत के आन्तरिक मार्गों की पुर्नस्थापना कार्य, मेरा गांव मेरी सड़क योजनान्तर्गत 35 लाख लागत की छारछुम मुख्य सड़क से थामतोक तक हल्का मोटर मार्ग निर्माण, 35 लाख रूपए लागत की किमखोला मुख्य सड़क से गांव तक हल्का मोटर मार्ग निर्माण, 8.54 लाख रूपए लागत की आई.टी.वी.पी. अग्रिम चैकी छियालेख में 5 किलोवाट क्षमता का सोलर पाॅवर प्लान्ट की स्थापना, 4.06 लाख रूपए लागत की आई.टी.बी.पी. अग्रिम चैकी गुंजी में 2 किलोवाॅट क्षमता का सोलर पावर प्लांट की स्थापना, 4.06 लाख लागत की आई.टी.वी.पी. अग्रिम चैकी कालापानी से 2 किलोवाॅटर क्षमता का सोलर पाॅवर प्लांट की स्थापना, 713.15 लाख लागत की तवाघाट-थानीधार कुल 7 किमी. मोटर मार्ग का निर्माण, 882.24 लाख की तवाघाट-थानीधार कुल 7 कि.मी मोटर मार्ग का निर्माण, 956.56 लाख लागत की तवाघाट-नारायण आश्रम मोटर मार्ग में 11 से 37 किमी. में क्षतिग्रस्त दीवारों का निर्माण कार्य व सतह नवीनीकरण का कार्य सम्मिलित है।
इस अवसर पर क्षेत्र के विकास हेतु मुख्यमंत्री द्वारा अनेक घोषणाएं भी की गई। जिनमें विधानसभा धारचूला के दारमा क्षेत्र में 8 झूला/छोटे पुलों के निर्माण की स्वीकृति, हिमालयी ऊपरी गाॅवों के लिए हवाई सेवा शुरू किए जाने, बलुवाकोट डिग्री काॅलेज में खेल मैदान एव ंबी.एस.सी. की कक्षा प्रारम्भ करने, रांथी में एलोपैथिक चिकित्सालय खोले जाने, गुंजी में बहुउद्देशीय भवन का निर्माण किए जाने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त उन्होंने दुग्तू, ज्योलिंगकाॅम में हैलीपेड निर्माण करने, धारचूला में इसी वर्ष कब्रिस्तान की चाहरदीवारी कराए जाने, उद्यान विभाग के भटका फार्म में आधुनिक पौधशाला विकसित किए जाने, खेत में अतिथि गृह का निर्माण करने, खेत में खेल मैदान का निर्माण करने, खेत से खेलाधुरा-स्यांकुरी तक 5 किमी. संपर्क मार्ग मरम्मत करने, खुम्ती खेल मैदान को ठीक करने, दारमा घाटी के ट्रेकिंग मार्गों का सौन्दर्यीकरण करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने उपस्थित जनता को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार का यह प्रयास है कि विकास को अंतिम छोर तक पहुंचाया जाएं, इस हेतु सरकार कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में प्रत्येक आपदा प्रभावितों को अगस्त माह तक राहत एवं मुआवजा दिया जाएगा, इस हेतु उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि ऐसे व्यक्ति जो वास्तविक रूप में आपदा से प्रभावित है, उन्हें चिन्हित कर आपदा राहत राशि का वितरण किया जाए। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि क्षेत्र में जिन गाॅवों का विस्थापन या पुनर्वास किया जाना है, उनके विस्थापन व पुर्नवास हेतु सरकार गंभीर है, जिस हेतु भूमि चयन का कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि विकलांग बच्चों को 18 साल तक सरकार द्वारा 500 रूपए भत्ते के रूप में देगी। क्षेत्र में 1 वर्ष के भीतर स्वीकृत 40 सड़कों का निर्माण कार्य प्रारम्भ कर लिया जाएगा। हिमालयी क्षेत्र में जड़ीबूटी की खेती किए जाने हेतु किसानों को विशेष प्रोत्साहन दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि गाॅवों में खुशहाली आये, ग्रामीणों का जीवन स्तर बेहतर हो इस हेतु ग्रामीण स्तर पर मूलभूत सुविधाओं के साथ ही रोजगार मुहैया कराए जाने हेतु सरकार अनेक योजनाएं चला रही है। उन्होंने क्षेत्र में लघु उद्योग एवं ग्रामीण स्तर पर बिच्छू घास, रामबांस, भीमल आदि के रेशों से वस्त्रों को बनाने वालों को सरकार द्वारा विशेष बोनस दिया जायेगा।
विधानसभा धारचूला के खेत आगमन पर मुख्यमंत्री ने क्षेत्र की जनता की समस्याएं सुनी तथा अधिकांश का निराकरण किया। मुख्यमंत्री ने प्राप्त समस्याओं में से जो भी जिला स्तर से संबंधित थी उनका शीघ्र अति शीघ्र निराकरण करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए। इसके अलावा उन्होंने उपस्थित जनता को सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं एवं विकास कार्यों की जानकारी भी दी।
इस मौके पर अध्यक्ष वन विकास निगम हरीश धामी, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, प्रमुख धारचूला नेत्र सिंह कुंवर, जिलाधिकारी सुशील कुमार, पुलिस अधीक्षक रोशन लाल शर्मा सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक व आम जनता उपस्थित थी।