लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में कल 16 जनवरी, 2020 से प्रारम्भ हो रहा प्रथम चरण का कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान प्रदेश व देश को एक नई दिशा देगा। उन्होंने कहा कि कोरोना की चेन को तोड़ने तथा इसे नियंत्रित करने में वैक्सीनेशन अभियान से सफलता मिलेगी। केन्द्र सरकार की गाइडलाइंस के अनुरूप प्राथमिकता के क्रम से सभी लोगों तक कोविड वैक्सीन पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार के प्रयासों और की गई व्यवस्थाओं से कोविड-19 को नियंत्रित करने में सफलता मिली। आज उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के एक्टिव केसेज़ 10 हजार से भी कम हैं। ऐसी स्थिति टीम वर्क के माध्यम से कोविड प्रबन्धन के कारण सम्भव हो सकी।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर प्रिन्ट एवं इलेक्ट्राॅनिक मीडिया के सम्पादकों के साथ वार्ता कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने मकर संक्रांति की बधाई व शुभमानाएं देते हुए कहा कि कोविड नियंत्रण की दिशा में 16 जनवरी, 2020 से नया अध्याय प्रारम्भ हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। वैक्सीनेशन के सम्बन्ध में प्रदेश में निर्धारित प्रोटोकाॅल के अनुसार व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। वैक्सीन के सुरक्षित स्टोरेज, कोल्ड चेन तथा ट्रांसपोर्टेशन के लिए समस्त कार्यवाही निर्धारित मानकों के अनुरूप सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की अफवाह अथवा भ्रम की स्थिति को दूर करने में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री जी ने कोविड-19 के दौरान मीडिया द्वारा की गई रिपोर्टिंग और सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोविड-19 के दौरान मीडिया ने पूरे साहस, जन-प्रतिबद्धता और जन-सरोकारों के साथ कार्य किया। उन्होंने कहा कि कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसके सम्बन्ध में प्रत्येक स्तर पर पूर्ण सावधानी बरती जाए। उन्होंने कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन के दृष्टिगत अतिरिक्त सतर्कता बरते जाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि बेहतर सर्विलांस, टेस्टिंग और काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग से कोविड को नियंत्रित करने में सफलता मिली। उन्होंने कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर जागरूक रहने की बात कही।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्वांचल में इंसेफेलाइटिस के नियंत्रण के लिए किए गए कार्यों और व्यवस्थाओं के अनुभव का लाभ कोविड प्रबन्धन में भी मिला। अंतर्विभागीय समन्वय के आधार पर जिस प्रकार जे0ई0/ए0ई0एस0 से हुई मृत्यु के आंकड़ों में 95 प्रतिशत की कमी आयी, उसी प्रकार कोविड-19 को भी नियंत्रित किया गया। स्वच्छता और शुद्ध पेयजल की भी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार के प्रबन्धन से उत्तर प्रदेश आज कोविड-19 के नियंत्रण के सम्बन्ध में बेहतर स्थिति और बेहतर परिणाम देने में सफल रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड काल के दौरान कई प्रकार के अनुभव मिले। उन अनुभवों और संस्मरणों को साझा करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि तकनीक ने भी कोविड प्रबन्धन और नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। उन्होंने कहा कि कोविड जैसी वैश्विक महामारी के दौरान जनता को व्यापक पैमाने पर केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं व कार्यक्रमों से लाभान्वित कराया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में जनधन योजना सहित अन्य जनकल्याणकारी योजनाएं कोविड काल के दौरान महत्वपूर्ण साबित हुई। गरीबों के बैंक खातों में डी0बी0टी0 के माध्यम से सीधे धनराशि अंतरित की गई। प्रत्येक जनपद में इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर संचालित किए गए। मेडिकल टेस्टिंग का कार्य पूरी क्षमता से संचालित किया गया। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हुआ। प्रयोगशालाओं में टेस्टिंग की व्यवस्थाएं बढ़ायी गयीं। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन कार्य में केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित किए गए क्रम का प्रत्येक दशा में पूरी तरह पालन सुनिश्चित किया जाएगा।