लखनऊः अपर मुख्य सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग अमित मोहन प्रसाद की अध्यक्षता में आज यहां लाल बहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी) स्थित उनके सभाकक्ष में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की स्टेट टास्क फोर्स बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उन्होंने कोविड-19 वैक्सीनेशन के प्रति लोगों में बढ़ी जागरूकता पर संतोष व्यक्त किया।
बैठक में कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण की समीक्षा के क्रम में उन्होंने महिलाओं के टीकाकरण के कम प्रतिशत पर चिंता व्यक्त करते हुए महिलाओं के टीकाकरण सम्बंधी संदेशों को बढ़ावा देकर जागरूकता लाने को कहा। उन्होंने फ्रंट लाइन वर्कर्स और हेल्थ केयर वर्कर्स का टीकाकरण पूर्ण कराने का निर्देश देते हुए कहा कि जिन वर्कर्स ने टीकाकरण की दूसरी डोज नहीं ली है, उनके नाम से डाटा तैयार करके उनके विभागों में भेज दिया जाय, जिससे उन्हें वैक्सीन की दूसरी डोज लगाकर पूर्ण प्रतिरक्षित किया जा सके।
बैठक में अपर मुख्य सचिव ने कहा कि क्लस्टर वैक्सीनेशन बहुत लाभकारी है। क्लस्टर वैक्सीनेशन से आच्छादित क्षेत्रों में कोविड संक्रमण की सम्भावनाएं घटी हैं। उन्होंने कहा कि पहली डोज का टीकाकरण करा चुके लाभार्थी का समय से दूसरी डोज का टीकाकरण करके फुल वैक्सीनेशन के प्रयासों को तेज किया जाय।
प्रदेश में वैक्सीन की अधिक से अधिक उपलब्धता बढ़ाने के दृष्टिगत अपर मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के निजी अस्पतालों को क्रय आधार पर वैक्सीन प्राप्त करने के लिए जागरूक किया जाये, जिससे प्रदेश के लिए निर्धारित वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में प्रदेश को प्राप्त हो सके। बैठक में जानकारी दी गई कि टीकाकरण के लिए एक निजी अस्पताल वैक्सीन निर्माता से न्यूनतम 2880 को-वैक्सीन डोज (160) और 6000 कोविशील्ड डोज (500) को एक बार में क्रय हेतु आग्रह कर सकता है।
बैठक में एडीनशन वैक्सीनेटर और टीकाकरण कार्यक्रम हेतु फंड की आवश्यकता पर भी चर्चा हुई। अपर मुख्य सचिव में एन0एच0एम0 के अप्रयुक्त फंड से टीकाकरण के लिए फंड की व्यवस्था बनाये जाने का निर्देश दिया।
नियमित टीकाकरण की समीक्षा करते हुए कोविड संक्रमण के कारण टीकाकरण के सत्रों का संचालन न हो पाने, छूटे हुए बच्चों की संख्या बढ़ जाने पर चर्चा की गयी। अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि प्रति शनिवार नियमित टीकाकरण का सख्ती से अनुपालन हो। उन्होंने कहा बुधवार को संचालित टीकाकरण सत्र के छूटे लाभार्थियों का वृहस्पतिवार को टीकाकरण करने की व्यवस्था की जाये। उन्होंने बच्चों के टीकाकरण को गम्भीरता से लेते हुए कहा कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण के वर्तमान में चल रहे अभियान के अन्तर्गत दस्तक अभियान में घर-घर जाने वाली आशा और आंगनवाड़ी कार्यकत्री नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चों की सूची भी बनाएं, जिससे बच्चों को प्रतिरक्षित किया जा सके।
बैठक में नवजात शिशु को जन्म के तुरन्त बाद लगने वाले टीके में विलम्ब न होने के विषय पर भी चर्चा की गई। अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि बच्चे को बर्थ-डोज प्रसव कराने वाली स्टाफ नर्स से लगवाना सुनिश्चित किया जाय। प्रदेश में कोल्ड चेन के नये सिस्टम व्यवस्थित हो चुके हैं। अपर मुख्य सचिव ने नये सिस्टम के संचालन और संरक्षण हेतु स्टाफ के प्रशिक्षण की शीघ्र व्यवस्था कराने के निर्देश दिये। उन्होंने 18 अधिकारियों की टीम बनाकर प्रदेश के सभी मण्डलों पर वैक्सीन स्टोरेज तथा अन्य व्यवस्थाओं के निरीक्षण का निर्देश भी दिया।