नैनीताल: सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने वैदिक मंत्रों के बीच मल्लीताल स्थित पंत पार्क के समीप वाल्मीकि पार्क का शिलान्यास किया। उत्त
राखण्ड स्वच्छकार संघ ईकाई नैनीताल द्वारा मुख्यमंत्री का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। संघ के पदाधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री श्री रावत को परम्परागत पगडी पहनाई और कृपाण भेट की।
इस अवसर पर आयोजित समारोह में उपस्थित बाल्मीकि समाज के लोगों के साथ ही जन समुदाय को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार मलीन बस्तीयों को विनियमितिकरण कार्य कर रही है। वाल्मीकी बस्तीयों को मलीन बस्ती सुधार योजना के तहत सुधारीकरण का कार्य किया जा रहा है। सरकार ने स्वच्छकारों को आवासों का मालिकाना हक देने का कार्य भी शुरू कर दिया है। सरकार की ओर से दैनिक स्वच्छकारों को संविदा कर्मचारियों के रूप में नियुक्त करना एवं पूर्व में कार्यरत आठ सौ पर्यावरण मित्र संविदा कर्मियों को नियमित किया गया है। उन्होनें कहा कि यह प्रक्रिया भविष्य में भी निरन्तर जारी रहेगी। उन्होनें यह भी कहा कि नगरीय क्षेत्रों में आ रही संसाधनों की कमी को दूर करने के लिए सरकार द्वारा प्रयास किये गये हैं जल्द ही इस समस्या का निराकरण हो जायेगा। उन्होनें कहा कि नगरपालिका, नगर पंचायतों में आपदा का अवशेष बजट अवमुक्त कर दिया गया है।
श्री रावत ने कहा कि मलीन बस्तियों में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा वहां रहने वालों को मालिकाना हक देने के लिए मलीन बस्ती विनियमितीकरण कानून बनाया गया है जिसके तहत बस्तियें के विनियमितिकरण कर प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गयी है। राज्य में दलितों एवं अति पिछडों के लिए महर्षि वाल्मीकि, महर्षि रैदास, खुशीराम आर्य व जयानन्द भारती के नाम से आवासीय योजनाएं प्रारम्भ की गयी हैं। इन योजनाओं में तीन वर्षों में बीस हजार आवास निर्मित किये जायेंगे। उन्होनें कहा कि प्रदेश व समाज के विकास के साथ ही पर्यावरणीय स्वच्छता बनाये रखने में वाल्मीकि समाज का अह्म योगदान है।
कार्यक्रम में उत्तराखण्ड स्वच्छकार संगठन द्वारा ज्ञापन सौप कर मुख्यमंत्री से पेंशन, बीमा, आवास मालिकाना हक, रिक्त पदों के सापेक्ष नियुक्ति, ग्रेच्युटी, भविष्य निधि के भुगतान, कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों की गम्भीर बीमारी एवं दुर्घटना हेतु आर्थिक सहायता आदि की मांग प्रस्तुत की गयी। ज्ञापन पर गौर करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी समस्याओं का सकारात्मक निराकरण किया जायेगा।
कार्यक्रम में राजस्व मंत्री यशपाल आर्य, संसदीय सचिव एवं विधायक सरिता आर्य, उपाध्यक्ष राज्य सफाई कर्मचारी आयोग संतोष कुमार गौरव, अध्यक्ष नगरपालिका परिषद् श्यामनारायण, अध्यक्ष व्यापार मण्डल मारूतीनन्दन शाह, के अलावा राम अवतार राजौर, उत्तराखण्ड स्वच्छकार कर्मचारी संघ के पदाधिकारी विजय भैय्या, महेन्द्रपाल, दिनेश कटियार, गोविन्द टांक, सोनू सहदेव, महेश कुमार, रवि सौदा, मनोज कुमार, मुन्ना लाल, गिरीश भैय्या, अजय बन्नू, रामू भारती, भीमलाल, कमल कटियार, ओम प्रकाश एवं जिलाधिकारी दीपक रावत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी सहित बडी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।
इस अवसर पर आयोजित समारोह में उपस्थित बाल्मीकि समाज के लोगों के साथ ही जन समुदाय को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार मलीन बस्तीयों को विनियमितिकरण कार्य कर रही है। वाल्मीकी बस्तीयों को मलीन बस्ती सुधार योजना के तहत सुधारीकरण का कार्य किया जा रहा है। सरकार ने स्वच्छकारों को आवासों का मालिकाना हक देने का कार्य भी शुरू कर दिया है। सरकार की ओर से दैनिक स्वच्छकारों को संविदा कर्मचारियों के रूप में नियुक्त करना एवं पूर्व में कार्यरत आठ सौ पर्यावरण मित्र संविदा कर्मियों को नियमित किया गया है। उन्होनें कहा कि यह प्रक्रिया भविष्य में भी निरन्तर जारी रहेगी। उन्होनें यह भी कहा कि नगरीय क्षेत्रों में आ रही संसाधनों की कमी को दूर करने के लिए सरकार द्वारा प्रयास किये गये हैं जल्द ही इस समस्या का निराकरण हो जायेगा। उन्होनें कहा कि नगरपालिका, नगर पंचायतों में आपदा का अवशेष बजट अवमुक्त कर दिया गया है।
श्री रावत ने कहा कि मलीन बस्तियों में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा वहां रहने वालों को मालिकाना हक देने के लिए मलीन बस्ती विनियमितीकरण कानून बनाया गया है जिसके तहत बस्तियें के विनियमितिकरण कर प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गयी है। राज्य में दलितों एवं अति पिछडों के लिए महर्षि वाल्मीकि, महर्षि रैदास, खुशीराम आर्य व जयानन्द भारती के नाम से आवासीय योजनाएं प्रारम्भ की गयी हैं। इन योजनाओं में तीन वर्षों में बीस हजार आवास निर्मित किये जायेंगे। उन्होनें कहा कि प्रदेश व समाज के विकास के साथ ही पर्यावरणीय स्वच्छता बनाये रखने में वाल्मीकि समाज का अह्म योगदान है।
कार्यक्रम में उत्तराखण्ड स्वच्छकार संगठन द्वारा ज्ञापन सौप कर मुख्यमंत्री से पेंशन, बीमा, आवास मालिकाना हक, रिक्त पदों के सापेक्ष नियुक्ति, ग्रेच्युटी, भविष्य निधि के भुगतान, कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों की गम्भीर बीमारी एवं दुर्घटना हेतु आर्थिक सहायता आदि की मांग प्रस्तुत की गयी। ज्ञापन पर गौर करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी समस्याओं का सकारात्मक निराकरण किया जायेगा।
कार्यक्रम में राजस्व मंत्री यशपाल आर्य, संसदीय सचिव एवं विधायक सरिता आर्य, उपाध्यक्ष राज्य सफाई कर्मचारी आयोग संतोष कुमार गौरव, अध्यक्ष नगरपालिका परिषद् श्यामनारायण, अध्यक्ष व्यापार मण्डल मारूतीनन्दन शाह, के अलावा राम अवतार राजौर, उत्तराखण्ड स्वच्छकार कर्मचारी संघ के पदाधिकारी विजय भैय्या, महेन्द्रपाल, दिनेश कटियार, गोविन्द टांक, सोनू सहदेव, महेश कुमार, रवि सौदा, मनोज कुमार, मुन्ना लाल, गिरीश भैय्या, अजय बन्नू, रामू भारती, भीमलाल, कमल कटियार, ओम प्रकाश एवं जिलाधिकारी दीपक रावत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी सहित बडी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।