देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोमवार को सचिवालय के विभिन्न सेक्शनों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने गन्ना व चीनी, सहकारिता, लोक निर्माण विभाग, खेल, आवास, न्याय, औद्यागिक विकास, परिवहन, श्रम सेवायोजन, राजस्व, कृषि एवं विपणन अनुभागों का आकस्मिक निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने सभी सेक्शनों में स्वयं बहुत सी फाईलों को चैक किया और यह भी देखा कि फाईलें कितनें दिनों से पेंंडिंग है।
उन्होंने उपस्थिति पंजिकाओं का भी निरीक्षण किया और अनुपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों के छुट्टी के आवेदनों से क्रास चैक किया। कतिपय अधिकारियों के आवेदन स्वीकृत हुए बिना अनुपस्थित रहने व उपस्थिति पंजिका में इसका अंकन न होने पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर की। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि सचिवालय में फाईल मूवमेंट में तेजी लाई जाने की आवश्यकता है। एक सीट पर फाईलें बिना औचित्य के अधिक दिनों तक नहीं रहनी चाहिए। संबंधित विभागों के अपर सचिव व संयुक्त सचिव को नियमित रूप से सेक्शनों का निरीक्षण करना चाहिए। किसी भी कमी के लिए संबंधित अपर सचिव व संयुक्त सचिव जिम्मेवार होंगे।
सचिवालय में निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री श्री रावत हरिद्वार रोड़ गए और वहां उत्तराखण्ड रोड़वेज की बहुत सी बसों को रोककर उनका निरीक्षण किया। यह देखा गया कि बसों में कितने यात्री हैं और कंडक्टर द्वारा कितनी टिकटें काटी गई हैं। मुख्यमंत्री ने कुछ दूरी तक एक बस में यात्रा भी की और यात्रियों से बातचीत की।
इसके बाद मुख्यमंत्री श्री रावत ट्रांसपोर्ट नगर गए और वहां की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने एमडीडीए के सचिव पीसी दुम्का को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि ट्रांसपोर्टरों को कार्यालय के लिए आवंटित किए गए स्थान का प्रयोग गोदाम के उद्देश्य से तो नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने ट्रांसपोर्ट नगर में स्ट्रीट लाईटें लगवाने के साथ ही शौचालय, पीने के पानी, नालियों की स्थिति सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यहां ड्रेनेज सिस्टम को सही किया जाए और ट्रकों व गाडि़यों की पार्किंग को दुरूस्त किया जाए। मुख्यमंत्री ने ट्रांसपोर्टरों को भी साफ-सफाई रखने में सहयोग दिए जाने का अनुरोध करते हुए अपेक्षा की कि वे अपने ट्रकों को सड़कों के बीच में खड़ा नहीं करेंगे।