वटसावित्री व्रत पर सोमवार को किशनगंज में बड़ी संख्या में सुहागिन महिलाओं ने जगह -जगह वटवृक्ष के नीचे पूजा-अर्चना की और अपने पति की दीर्घायु की कामना की. भारतीय संस्कृति व परम्पराओं में वट-सावित्री व्रत महत्वपूर्ण है. यह व्रत जेष्ठ माह की आमावस्या को हर वर्ष किया जाता है.
शास्त्रों के अनुसार कथा में मान्यता है कि सावित्री ने तपोबल से अपने पति सत्यवान की मृत्यु हो जाने पर यमराज से प्राण लौटने में वटवृक्ष के ही नीचे सफलता प्राप्त की थी. तब से इस दिन इस परम्परा में वटवृक्ष की पूजा -अर्चना की जाती है.