बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और बेहतरीन संवाद लेखक कादर खान अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं। एक जनवरी को कादर खान का निधन हुआ था। 81 वर्षीय अभिनेता कादर खान काफी अरसे से बीमार चल रहे थे। कादर कनाडा के एक अस्पताल में भर्ती थे। वहां उनके बेटे सरफराज और बहू रहते हैं। इसलिए कादर कई साल से अपने बेटे के पास ही शिफ्ट हो चुके थे। कादर खान के निधन की खबर से उनके लाखों चाहने वाले स्तब्ध हैं तो बॉलीवुड के तमाम सितारे शोक में हैं।
बुधवार की दोपहर उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया। सबसे पहले उनके पार्थिव शरीर को दोपहर में मस्जिद ले जाया गया उसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम संस्कार में बॉलीवुड से कोई सितारा नहीं पहुंचा। बता दें कि कादर खान निधन से पहले कोमा में चले गए थे। अस्पताल में भर्ती होने के बाद वह 5 दिन तक बिना कुछ खाए-पीए रहे थे। उन्होंने बातचीत करना तक बंद कर दिया था। वह 120 घंटे तक जिंदगी से जंग लड़ते रहे। इससे पहले 2017 में कादर खान की घुटने की सर्जरी हुई थी। वह ज्यादा देर तक चल नहीं पाते थे। कादर खान डरते थे कि वह चलेंगे तो गिर जाएंगे। काफी समय से लगातार उनके स्वास्थ्य में गिरावट हो रही थी और हाल ही में उन्हें कनाडा के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी डिसऑर्डर के कारण उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था।
कादर खान का जन्म अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था। 1970 और 75 के बीच वह सिविल इंजीनियरिंग के प्रफेसर थे और इसी के साथ ही नाटकों में भी काम करते थे। इसी दौरान एक्टर दिलीप कुमार ने उनको नोटिस किया था और अपनी अगली फिल्म के लिए साइन किया। बता दें कादर खान को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और डॉक्टर उन्हें नियमित वेंटीलेटर तथा बीपीएपी वेंटीलेटर पर रखे हुए थे। सुपर न्यूक्लियर पाल्सी बीमारी के कारण उन्हें चलने में भी दिक्कत आ रही थी और याददाश्त भी कमजोर हो गई थी।
काबुल में जन्मे कादर खान ने 1973 में फिल्म ‘दाग’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। उसके बाद वह 300 से अधिक फिल्मों में नजर आए। अभिनेता बनने से पहले उन्होंने रणधीर कपूर, जया बच्चन की फिल्म ‘जवानी दीवानी’ के लिए संवाद लिखे थे। उन्होंने 250 से अधिक फिल्मों के लिए संवाद लिखे।
पटकथा लेखक के तौर उन्होंने मनमोहन देसाई और प्रकाश मेहरा के साथ कई फिल्मों में सहयोग दिया। कादर खान के निधन की खबर के बाद से ही बॉलीवुड में उनके साथ काम करने वाले सभी स्टार्स सदमे में हैं। गोविंदा के साथ उनकी जोड़ी काफी मशहूर थी, इसलिए गोविंदा ने उन्हें अपना ‘उस्ताद’ कहकर श्रद्धांजली दी तो वहीं बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने भी अपनी सफलता में कादर खान के लिखे डायलॉग को श्रेय दिया।