नई दिल्ली: भारत के उपराष्ट्रपति श्री एम हामिद अंसारी ने कहा है कि बाइबल का संदेश आवश्यक रूप से प्रेम और करुणा का है। यह सभी धार्मिक परंपराओं में समान रुप से मौजूद है। उन्होंने ‘साउथ एशिया बाइबल कमेंट्री’ नामक पुस्तक के विमोचन के बाद अपने संबोधन में यह बात कही। कैथेड्रल चर्च ऑफ द रिडेम्पशन में आज इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उपराष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया में सबसे पवित्र ग्रंथों में से एक पर व्याख्यात्मक निबंधों के एक संग्रह का प्रकाशन जश्न मनाने का एक कारण है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और नेपाल के 90 से ज्यादा विद्वानों ने इस किताब के संकलन में अपना योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में संपूर्ण बाइबल पर व्याख्यात्मक निबंधों को समझने के क्रम में दक्षिण एशिया में समाज के सामने खड़ी कुछ चुनौतियों और ज्वलंत मुद्दों पर कुछ निबंध और लेख भी हैं।
उपराष्ट्रपति ने बाइबल कमेंट्री – पुराने और नए दोनों नियम, के लिए संपादकों और प्रकाशकों की सराहना की। उन्होंने उम्मीद जताई कि कमेंट्री, विशेष रूप से दक्षिण एशिया में लोगों की एक बड़ी संख्या के लिए इसके मूलपाठ को अधिक सुलभ बनाएगी और संपूर्ण मानव जाति के लिए बाइबल के प्रेम तथा करुणा के संदेश को आत्मसात करने में लोगों को सक्षम करेगी।