उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडु ने आज युवाओं को प्रतिस्पर्धा का सामने करने और सफलता प्राप्त करने के लिए अपने चुने हुए क्षेत्रों में ज्ञान अर्जित करने और विशेषज्ञता हासिल करने के लिए मजबूत संकल्प के साथ कड़ी मेहनत करने की सलाह दी।
स्वर्ण भारत ट्रस्ट, विजयवाड़ा में विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए, उपराष्ट्रपति ने युवाओं से बड़े सपने देखने और अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए व्यवस्थित तरीके से अनुशासन और समर्पण के साथ काम करने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि अकेले सरकार ही युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में सक्षम नहीं होगी, उन्होंने निजी क्षेत्र और गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) से युवाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने और उन्हें स्वनियोजित बनाने या रोजगार प्राप्त करने में सक्षम बनाने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करके सशक्त बनाने का आह्वान किया।
यह देखते हुए कि युवाओं की ऊर्जा को राष्ट्र निर्माण की दिशा में लगाना बहुत महत्वपूर्ण है, उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी युवाओं को कुशल और सशक्त बनाने पर बहुत जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘कुशल भारत’ के विजन को हासिल करने के लिए सरकार द्वारा अलग से कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की स्थापना की गई है।
उपराष्ट्रपति ने प्रशिक्षुओं को महापुरुषों और महिलाओं के जीवन के बारे में पढ़ने और उनसे प्रेरणा लेने की भी सलाह दी। इसके साथ ही, युवाओं को सही मूल्यों को अपनाना चाहिए और दूसरों के प्रति सहानुभूति विकसित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ‘शेयर एंड केयर’ की भावना भारतीय संस्कृति के मूल में है।
भारतीय संस्कृति की रक्षा और संरक्षण की जरूरत पर जोर देते हुए श्री नायडु ने युवाओं को अपनी जड़ों की ओर लौटने की सलाह दी। उन्होंने युवाओं को जंक फूड से दूर रहने और स्वस्थ आहार लेने का सुझाव देते हुए कहा कि स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने के लिए योग जैसी नियमित शारीरिक गतिविधि करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर स्वर्ण भारत ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. कामिनेनी श्रीनिवास और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।