नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति ने गैर-संचारी रोगों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाने का आह्वान करते हुए कहा है कि स्वस्थ रहने के लिए युवाओं को आराम पसंद जीवनशैली को छोड़कर नियमित रूप से शारीरिक व्यायाम करना चाहिए।
आज कर्नाटक के हुबली में योग गुरू बाबा रामदेव के पतंजलि योगपीठ की ओर से आयोजित योग शिविर में भाग लेने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए श्री नायडू ने कहा कि एक स्वस्थ भारत और खुशहाल भारत के लिए फिट इंडिया और योग को जन आन्दोलन का रूप दिया जाना चाहिए
योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह स्वास्थ्य की सबसे किफायती औषधि है।
गैर संचारी रोगों को उत्पादन क्षमता के लिए नुकसानदायक बताते हुए श्री नायडू ने कहा कि इनके उपचार पर 2012-2030 के बीच 6.2 ट्रिलियन डॉलर का खर्च आने का अनुमान है। ऐसे में गैर-संचारी रोगों की रोकथाम के लिए योग एक बेहतर उपाय है।
उन्होंने कहा कि योग को सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस तक सीमित नहीं किया जाना चाहिए बल्कि इसको रोजमर्रा की जिन्दगी का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। योग दुनिया को भारत की विरासत का सबसे बड़ा उपहार है।
श्री नायडू ने युवाओं से आह्वान किया कि वे स्वस्थ रहने के लिए आराम पसंद जीवनशैली को छोड़कर नियमित व्यायाम करने की आदत डालें। उन्होंने कहा कि हमें जीवन जीने, सोचने और पर्यावरण के प्रति व्यवहार में बदलाव लाने की जरूरत है। पर्यावरण और संस्कृति दोनों का संरक्षण हमें एक बेहतर भविष्य देगा।
उन्होंने योग के माध्यम से एक स्वस्थ भारत बनाने के पतंजलि योगपीठ और बाबा रामदेव के प्रयासों की सराहना की।
अवसर पर केन्द्रीय संसदीय मामलों, कोयला और खान मंत्री प्रहलाद जोशी तथा योग गुरू बाबा रामदेव सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।