नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई दी है। अपने संदेश में, उन्होंने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमें स्वतंत्रता कितनी कठिनाई से मिली है और इस अवसर पर हम उन वीर स्वतंत्रता सेनानियों को सलाम करें, जिनके साहस और बलिदान से हमारी मातृभूमि साम्राज्यवादी शासन से मुक्त हुई। उन्होंने कहा कि देश की सभ्यता मूलक अवधारणाओं और संवैधानिक मूल्यों को कायम रखने के लिए हमें फिर से संकल्प लेना चाहिए और एक समावेशी, शांतिपूर्ण, सौहार्दपूर्ण और प्रगतिशील भारत के लिए अपने आपको समर्पित करना चाहिए।
उपराष्ट्रपति का संदेश निम्नानुसार है :
“स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर मैं अपने देशवासियों को बधाइयां और शुभकामनाएं देता हूँ।
आज, जैसा कि हम पिछले सात दशकों में की गई जबरदस्त प्रगति का त्योहार मनाते हैं, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमें स्वतंत्रता कितनी कठिनाई से मिली है। इस अवसर पर हम उन वीर स्वतंत्रता सैनानियों को सलाम करें, जिनके साहस और बलिदान से हमारी मातृभूमि उस साम्राज्यवादी शासन से मुक्त हुई, जिसने 200 से अधिक वर्षों तक हमारे देश को लूटा।
आज, भारत एक ऐसा देश है, जो संभावनाओं के साथ चहुंमुखी विकास के पथ पर अग्रसर है, जो समावेशी और सतत है। हमारा लोकतंत्र पहले की तुलना में अधिक सशक्त है और सुशासन और पारदर्शिता के लिए हमारी प्रतिबद्धता पहले की तुलना में अधिक मजबूत है। इस पवित्र दिवस पर, देश की सभ्यता मूलक अवधारणाओं और संवैधानिक मूल्यों को कायम रखने के लिए हमें फिर से संकल्प लेना चाहिए और एक समावेशी, शांतिपूर्ण, सौहार्दपूर्ण और प्रगतिशील भारत के लिए अपने आपको समर्पित करना चाहिए।”