नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री एम वैंकेया नायडू ने आज 2 लातिन अमेरिकी देशों के साथ द्विपक्षीय संबंध सुदृढ़ करने के लिए दो देशों पराग्वे एवं कोस्टा रिका के 8 दिनों के दौरे का आरंभ किया। भारत में पराग्वे दूतावास के डिप्टी हेड ऑफ मिशन मंत्री श्री रूबेन डारियो बेनिटेज़ पाल्मा, कोस्टा रिका के सीडीए श्री एडुआरडो सलगाडो एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उनकी रवानगी के समय उपस्थित थे।
यह किसी भारतीय उपराष्ट्रपति का पराग्वे का अब तक का पहला दौरा होगा।
उपराष्ट्रपति के साथ संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री श्री अल्फोंस जोसेफ कन्नथनम, सांसद श्री रामकुमार कश्यप एवं भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी इस दौरे पर जा रहे हैं।
पराग्वे पहुंचने के तुरंत बाद श्री नायडू नेशनल पैन्थियोन ऑफ हीरोज़ का दौरा करेंगे तथा पुष्प अर्पित करते हुए शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देंगे। इसके बाद वह पराग्वे के राष्ट्रपति श्री मेरियो अब्दो बेनिटेज़ के साथ पैलेशियो डी गोबिअर्नो के साथ बातचीत करेंगे।
उपराष्ट्रपति पराग्वे गणराज्य के उपराष्ट्रपति श्री ह्यूगों वेलाजक्यूवेज के साथ भी एकान्त में बातचीत करेंगे तथा दिन के भोजन में सम्मिलित होंगे।
बाद में, श्री नायडू नेशनल कॉग्रेस के अध्यक्ष श्री सिल्वियो ओवेलर से मिलेंगे तथा पराग्वे में भारतीय समुदाय के आयोजित स्वागत कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
7 मार्च को सेन जोश के लिए रवाना होने से पूर्व उपराष्ट्रपति व्यावसायी समुदाय से बातचीत करेंगे एवं पराग्वे में “ व्यवसाय एवं निवेश अवसरों” पर एक प्रस्तुति देंगे।
सेन जोश में पहुंचने के तुरंत बाद, उपराष्ट्रपति विधि नियम, लोकतंत्र, टिकाऊ विकास एवं शांति की दिशा में उनके योगदान के सम्मान में युनिवर्सिटी ऑफ पीस द्वारा अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं संघर्ष अध्ययन में डॉक्टर ऑफ फिलोसफी(सम्मानार्थ) की डिग्री प्राप्त करेंगे।
बाद में, उपराष्ट्रपति अपने मेजबान कोस्टा रिका गणराज्य के राष्ट्रपति श्री कार्लोस अल्वाराडो क्वेसाडा से मिलेंगे और उनके साथ उच्च स्तरीय शिष्ट मंडल वार्ता में भी भाग लेंगे।
9 मार्च को कोस्टा रिका गणराज्य की कॉग्रेस अध्यक्ष सुश्री कारोलिना हिडाल्गो हेरेरा उनसे मिलेंगी जिसके बाद कोस्टा रिका गणराज्य की पहली उपराष्ट्रपति सुश्री इप्सी कैम्पबेल बार्र द्वारा प्रीति भोज का आयोजन किया जाएगा।
बाद में, श्री नायडू मैड्रिड के रास्ते भारत के लिए रवाना होने से पूर्व भारतीय समुदाय के आयोजित एक स्वागत कार्यक्रम में भी भाग लेंगे।
अपनी यात्रा के दौरान श्री नायडू पराग्वे एवं कोस्टा रिका के साथ व्यापार, संस्कृति एवं विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को सुदृढ़ बनाने के प्रयास सहित संयुक्त राष्ट्र संघ सुरक्षा परिषद् में स्थायी सदस्यता के लिए भारत के प्रयास में दोनों देशों से समर्थन प्राप्त करना भी चाहेंगे।