नई दिल्ली: उप राष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू ने आचार्य अग्नि वृत नैस्थिक द्वारा लिखित पुस्तक ‘वेद विज्ञान आलोक’ (महर्षि अत्रेय महिदास प्रणीत – अत्रेय ब्राह्मण की वैज्ञानिक व्याख्या) प्राप्त किया। यह पुस्तक 4 खंडों में है।
पुस्तक वेद विज्ञान आलोक वेदों के पद्य में शास्त्रीय छंद है। वैदिक साहित्य की प्राथमिकताओं में ब्राह्मण पुस्तकों को दूसरा स्थान प्राप्त है। इनका संकलन केवल ब्राह्मण समुदाय के लोगों द्वारा किया जाता था। इसलिए इन्हें ब्राह्मण कहा जाता है। उनकी भाषा वैदिक संस्कृत है जो काफी जटिल मानी जाती है। ये सभी वेदों के अनुसार लिखी गई हैं। इसका अर्थ सभी चार वेदों को विभिन्न ब्राह्मणों की प्राप्ति है।