उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडु ने आज आंध्र प्रदेश में चल रहीं विभिन्न रेल परियोजनाओं की स्थिति का जायजा लिया। बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के लागू हो जाने के बाद राज्य को आबंटित परियोजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी दी।
आंध्र प्रदेश के शेष भाग की प्रगति के लिये रेल अवसंरचना के विकास पर जोर देते हुये, उपराष्ट्रपति ने परामर्श दिया कि चालू परियोजनाओं के साथ-साथ नई रेल परियोजनाओं के काम को भी तेज किया जाये।
श्री नायडु ने खासतौर पर प्रस्तावित दक्षिण तटीय रेलवे ज़ोन के बारे में पूछा, जिसका मुख्यालय विशाखापत्तनम है। इसके सम्बंध में लंबित मुद्दों और अड़चनों की जानकारी ली। उपराष्ट्रपति ने इच्छा व्यक्त की कि तकनीकी और प्रशासनिक मुद्दों को जल्द हल कर लिया जाये, ताकि रेलवे ज़ोन जल्द शुरू हो सके।
श्री नायडु को नाडिकुडि-श्रीकालहस्ती रेलवे लाइन, गूडूर-विजयवाड़ा लाइन और गुंटूर-अमरावती-विजयवाड़ा रेल लाइन के बारे में भी अवगत कराया गया। उन्होंने परामर्श दिया कि राज्य सरकार का सहयोग लेकर समयबद्ध तरीके से बाकी विषयों का भी समाधान कर लिया जाये।
उल्लेखनीय है कि आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के आलोक में, केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश राज्य के बचे हिस्से के लिये कई परियोजनायें चलाने का निर्णय किया था। उपराष्ट्रपति परियोजनाओं की स्थिति का जायजा लेते रहे हैं और इस सम्बंध में विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करते रहे हैं।