नई दिल्ली: सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी को बढ़ावा देने और एक भ्रष्टाचार मुक्त समाज के निर्माण हेतु अपने प्रयासों के तहत केन्द्रीय सतर्कता आयोग प्रत्येक वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाता है। जिस सप्ताह स्वर्गीय सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म दिन 31 अक्टूबर आता है उसी सप्ताह ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह’ मनाया जाता है। सभी मंत्रालयों/विभागों/ केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों/ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों तथा अन्य सभी संगठनों के लोक सेवकों द्वारा शपथ लेकर आज से सतर्कता जागरूकता सप्ताह की शुरूआत की गई है।
“ईमानदारी को बढ़ावा देने और भ्रष्टाचार को समाप्त करने में जनता की भागीदारी” को आयोग द्वारा इस वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह के विषय के रूप में चुना गया है।
इसके साथ ही आयोग ने समर्थन और प्रतिबद्धता हेतु नागरिकों तथा कंपनियों/संस्थाओं/फर्मों आदि को भ्रष्टाचार रोकने और उससे मुकाबला करने के लिए ईमानदारी की शपथ दिलाने की अवधारणा को परिकल्पित किया है।
सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाने का मतलब सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी, पारदर्शिता और जवाबदेही के लक्ष्य को प्राप्त करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दोहराता है। इसीलिए आयोग ने भ्रष्टाचार से अधिक प्रभावी और सही तरीके से लड़ने के लिए जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया है।