भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने शुक्रवार को पृथ्वी शॉ तथा शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों के आने से मिल रही प्रतिस्पर्धा को सराहा और कहा कि प्रतिस्पर्धा के कारण टीम में हर कोई सतर्क है।
शॉ ने अक्टूबर में भारत में ही वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में पदार्पण किया था। गिल को हाल ही में न्यूजीलैंड के साथ हो रही वनडे सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया है।
यह दोनों बल्लेबाज बीते साल न्यूजीलैंड में खेले गए अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे।
धवन ने शनिवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले दूसरे वनडे मैच की पूर्व संध्या पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मुझे लगता है कि युवा खिलाड़ी बहुत जल्दी परिपक्व हो रहे हैं और इससे टीम में काफी प्रतिस्पर्धा बढ़ी है। इससे हर कोई सतर्क है।”
उन्होंने कहा, “पृथ्वी शॉ जिस तरह से टेस्ट टीम में आए और पहले मैच में शतक जमाया, इससे पता चलता है कि हमारी बेंच स्ट्रैंथ काफी मजबूत है। इसलिए हम 15 (खिलाड़ियों की टीम) में भी बेहद कड़ी प्रतिस्पर्धा है।”
अपनी फॉर्म पर धवन ने कहा कि वह पिछले मैच में 5,000 रन पूरा करने से खुश हैं। नेपियर में खेले गए पहले मैच में धवन ने 75 रनों की पारी खेली थी। सलामी बल्लेबाज ने कहा, “यह उपलब्धि हासिल करने का मतलब है कि मैं अच्छा खेल रहा हूं।”
आस्ट्रेलिया में धवन अच्छी शुरुआत तो कर पा रहे थे लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल पा रहे थे। उनसे जब वनडे को लेकर आस्ट्रेलिया में तकनीक में बदलाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की स्थितियां लगभग एक जैसी हैं। मुझे लगता है कि मैं अब अनुभवी खिलाड़ी हो चुका हूं। मैं यहां कुछ साल पहले आया था। इसलिए आप को पता है कि क्या करना है क्या नहीं। मुझे पता है कि मेरी तकनीक सभी विकेटों के हिसाब से अच्छी है।”
उन्होंने कहा, “मैंने विशेष तौर पर न्यूजीलैंड के लिए अपने फुटवर्क या तकनीक पर काम नहीं किया है। अगर किया भी होता तो मैं बताता नहीं। एक बार जब आप अनुभवी हो जाते हो तो आपका दिमाग शांत रहता है।”