नई दिल्ली: भारतीय नौसेना के जहाज सहयाद्रि और किलटन 05 से 08 सितम्बर, 2019 तक कंबोडिया की यात्रा पर हैं। ये जहाज भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े का हिस्सा हैं और विशाखापत्तनम स्थित फ्लैग ऑफिसर, कमांडिंग इन चीफ, पूर्वी नौसेना कमान की परिचालन कमान के अधीन हैं। इन जहाजों की यात्रा भारत और कंबोडिया के बीच गहरे संबंधों को दर्शाती है। कैप्टन अश्विन अरविंद की कमान में सहयाद्रि और कमोडोर जिन्टो जॉर्ज चाको के नेतृत्व में किलटन जहाज स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए नवीनतम जहाज हैं जो क्रमश: मल्टी रोल गाइडिड मिसाइल स्टील्थ फ्रिगेट तथा एंटी सबमरीन वारफेयर कार्वेट से बने हैं। दोनों जहाज हथियारों और सेंसर की बहुमुखी सारणी से लैस हैं जो मल्टीरोल हैलीकॉप्टर ले जा सकते हैं तथा भारत के युद्धपोत निर्माण क्षमताओं के आने वाले युग का प्रतिनिधित्व करते हैं।
अपनी यात्रा के दौरान दोनों नौसेनाओं के अधिकारियों के बीच पेशेवर बातचीत तथा रॉयल कंबोडियन नौसेना के गणमान्य लोगों के साथ आधिकारिक वार्ता होगी। इसके अलावा सामाजिक कार्यक्रम, स्थानीय लोगों द्वारा इस जहाज का भ्रमण और विभिन्न खेल गतिविधियां आयोजित करने का भी कार्यक्रम है। यात्रा समापित के बाद भारतीय नौसेना और कंबोडिया की नौसेना के बीच समुद्र में पैसेज अभ्यास किया जायेगा जिससे दोनों नौसेना के बीच सभी के लिए शांतिपूर्ण और सुरक्षित समुद्र उपलब्ध कराने के लिए अंतरसक्रियता के स्तरों का निर्माण करने में मदद मिलेगी। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच दोस्ती और मजबूत होगी और दोनों देश इस क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता में अपना योगदान देंगे।