देहरादून: विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा के निदेशक अरूणव पट्टनायक ने मुख्यमंत्री हरीश रावत से भेंट कर अपने संस्थान से संबंधित गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने उन्हें भांग के ऐसे बीज विकसित करने के लिए कहा जिनमें टीएचसी (टेट्राहाईड्रोेकेनाबिनोल) की मात्रा अंतर्राष्ट्रीय मानकों से अधिक न हो।
ताकि इसका नशे के लिए उपयोग न हो सके। मुख्यमंत्री श्री रावत ने उन्हें पंत नगर कृषि विश्वविद्यालय के साथ मिलकर इस दिशा में कार्य करने का आग्रह किया। उन्होंने विवेकानंद संस्थान से अखरोट की नर्सरी विकसित करने को भी कहा। ताकि हाई एल्टीट्यूड क्षेत्रों में प्रत्येक काश्तकार को 10-10 अखरोट के पौधे दिए जा सकें। मंडुवा व गहत के भी उच्च गुणवत्ता के बीज तैयार किए जाएं। उत्तराखण्ड बीज व तराई विकास निगम इनसे ये बीज लेकर किसानों को उपलब्ध करवाए। मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव डा. रणवीर सिंह को भांग के कम टीएससी वाले बीज विकसित करने के लिए रिसर्च में विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान का सहयोग लेने व मंडुवा आटा बनाने की मशीन चिन्हित महिला सहायता समूहों को सब्सिडी पर उपलब्ध करवाने के लिए कार्ययोजना बनाने के लिए निर्देशित किया।