देहरादून: जे. डी. पावर ने अपनी 2018 इनिशियल क्वालिटी स्टडी (आइक्यूएस) के लिये परिणामों की घोषणा की है और इसे एक बार फिर से प्रीमियम कॉम्पैक्ट सेगमेंट में फॉक्सवैगन पोलो को पहला दर्जा प्रदान किया गया है। यह लगातार तीसरा साल है, जब पोलो को टॉप पोजीशिन मिली है और एमियो को एंट्री मिडसाइज सेगमेंट में दूसरे स्थान पर रखा गया है।
जे. डी. पावर 2018 इंडिया इनिशियल क्वालिटी स्टडी दिसंबर 2017 और अक्टूबर 2018 के बीच वाहन खरीदने वाले 7,710 नये वाहन खरीदारों से मिले प्रतिसाद पर आधारित है। इस स्टडी में 13 ब्रांड्स के 75 मॉडल्स शामिल हैं। इस स्टडी में वाहन खरीदने के पहले दो से छह महीनों के दौरान नये व्हीकल ओनर्स की समस्याओं का आंकलन किया गया और आठ समस्या श्रेणियों में 200 से अधिक समस्या के लक्षणों की जांच की गई। इन श्रेणियों में शामिल हैं : इंजन/ट्रांसमिशन; हीटिंग, वेंटिलेशन और कूलिंग (एचवीएसी); ड्राइविंग एक्सपीरिएंस; व्हीकल एक्सटीरियर; फीचर्स, कंट्रोल्स और डिस्प्लेज; व्हीकल इंटीरियर; ऑडियो, एन्टरटेनमेंट व नैविगेशन (एईएन) और सीट्स।
इस अवसर पर श्री स्टीफेन नैप, डायरेक्टर, फॉक्सवैगन पैसेंजर कार्स ने कहा, ”पोलो भारत में हमारे सबसे सफल मॉडलों में से एक है, जिसने अपनी प्रीमियम-नेस को बरकरार रखा है और इसके 80 प्रतिशत से अधिक खरीदार ऐसे हैं, जिन्होंने पहली बार कार खरीदी है। इसके साथ, हमारी मेड-फॉर-इंडिया एमियो को एंट्री मिडसाइज सेगमेंट में दूसरा स्थान मिला है, जो वाकई में हमारे ग्राहकों को एक पैसा वसूल उत्पाद पेश करने की हमारी प्रतिबद्धता को पूरा करती है।”
जे. डी. पावर 2018 इंडिया इनिशियल क्वालिटी स्टडी (आइक्यूएस) नतीजों की गणना पीपी100 के आधार पर की जाती है, जो है ‘प्रॉब्लम्स प्रति 100‘ व्हीकल्स, जिन्हें ग्राहकों द्वारा दर्ज कराया गया है। लोअर पीपी100 स्कोर समस्याओं के निम्न मामलों को दर्शाती है और इस प्रकार अधिक इनिशियन क्वालिटी प्राप्त करती है। इस साल के परिणाम दर्शाते हैं कि फॉक्सवैगन पोलो ने न सिर्फ अपनी शीर्ष स्थिति को बरकरार रखा है, बल्कि अपने पीपी100 स्कोर को बेहतर भी बनाया है। पोलो ने वर्ष 2017 की 69 पीपी100 की तुलना में इस साल 64 पीपी100 दर्ज किया है। एमियो ने भी अपने पीपी100 स्कोर को वर्ष 2017 की 106 की तुलना में इस साल सुधारकर 85 कर लिया है।