इंडिया@75 बीआरओ मोटरसाइकिल अभियान दल का अरुणाचल प्रदेश में जोरदार स्वागत किया गया। उपमुख्यमंत्री श्री चाउना मीन ने आज ईटानगर के राजभवन में अरुणाचल प्रदेश के लिए एक्सपीडिशन टीम का स्वागत किया। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) आजादी का अमृत महोत्सव के उत्सव के हिस्से के रूप में राष्ट्र निर्माण में बीआरओ के योगदान के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए देश के सभी कोनों को छूते हुए 14 अक्टूबर 2021 से 27 दिसंबर 2021 तक इंडिया@75 बीआरओ मोटरसाइकिल अभियान का आयोजन कर रहा है। यह अभियान सात चरणों में चलाया जा रहा है। अरुणाचल प्रदेश राज्य को तीसरे चरण में शामिल किया जा रहा है जो 5 नवंबर 2021 को सिलीगुड़ी में शुरू हुआ और 14 नवंबर 2021 को डूमडूमा में समाप्त होगा।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 14 अक्टूबर 2021 को दिल्ली से मोटरसाइकिल अभियान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। अपनी तरह का यह पहला अभियान है जो 75 दिनों में 20,000 किलोमीटर की दूरी तय करेगा, जिसमें बीआरओ के 75 से अधिक सवार होंगे। यह अभियान 27 दिसंबर 2021 को भारत की पूरी परिधि को पार करने के बाद नई दिल्ली में समाप्त होगा।
अभियान में सामाजिक और सैन्य दोनों थीम हैं। इसका उद्देश्य युवाओं को विशिष्ट बीआरओ में शामिल होने के लिए प्रेरित करना और वीरता पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत करना है।
मार्ग में भूतपूर्व सैनिकों और युद्ध विधवाओं तक पहुंचा जायेगा। इसका उद्देश्य कई सार्वजनिक आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से राष्ट्र की उपलब्धियों को आत्मनिर्भर भारत की ओर फैलाना है।
अभियान दल को सम्मानित करने का कार्यक्रम राज्य के अधिकारियों की सहायता से प्रोजेक्ट अरुणांक द्वारा आयोजित किया गया था। इस अवसर पर बोलते हुए, उपमुख्यमंत्री ने बीआरओ द्वारा स्थानों को जोड़ने – सामान्य रूप से लोगों और विशेष रूप से अरुणाचल प्रदेश में लोगों को जोड़ने में की जा रही सेवा पर प्रकाश डाला। उन्होंने राज्य के युवाओं से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का भी आग्रह किया। उपमुख्यमंत्री ने पासीघाट की ओर उनके अगले चरण की यात्रा के लिए अभियान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं।
बीआरओ ने एक साथ याजली, जोरम, पीपा, कोलोरियांग, किमिन के सुदूर इलाकों में चिकित्सा शिविर भी आयोजित किए। इसके अलावा, स्वच्छ भारत अभियान और सड़क सुरक्षा अभियान भी मोटरसाइकिल अभियान के साथ-साथ दापोरिजो, बामे, तलिहा और लिकाबली में भी आयोजित किए गए थे।