नई दिल्ली: श्री जगत प्रकाश नड्डा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने आज यहां बताया कि “माननीय प्रधानमंत्री द्वारा शुरु किए गए स्वच्छ भारत अभियान के विजन और सिद्धांत को कार्यान्वित करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने सरकारी स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों में स्वच्छता तथा साफ-सफाई के लिए प्रतिमान स्थापित करने के लिए विगत वर्ष कायाकल्प शुरु किया था। सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों में संपूर्ण “स्वच्छता” से संबंधित पहल का लक्ष्य जन स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों में प्रयोक्ताओं का भरोसा हासिल करना, उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करना तथा समूह में कार्य करने की भावना को प्रोत्साहन देना है।” उन्होंने यह भी बताया कि इस पहल से देश में प्रत्येक जन स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों को और अधिक साफ रखने में मदद हेतु उत्कृष्ट मानक तय करने में प्रोत्साहन मिलेगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ‘कायाकल्प पखवाड़ा’ की शुरुआत के अवसर पर अपने उद्गार व्यक्त कर रहे थे जिसे स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत कायाकल्प पहल में तेजी लाने की दृष्टि से 20 मई, 2016 से 3 जून, 2016 तक केंद्र सरकार के विभिन्न अस्पतालों में पूरे देश में मनाया जाएगा। श्री नड्डा ने एम्स, नई दिल्ली में कायाकल्प पखवाड़े की शुरुआत की। श्री नड्डा ने बताया कि इस पखवाड़े के दौरान चलाए जाने वाले विभिन्न कार्यकलापों के एक भाग के रूप में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी पूरे देश में केंद्र सरकार के विभिन्न अस्पतालों का निरीक्षण करेंगे ताकि मौजूदा स्थिति का जायजा लिया जा सके और स्वच्छता अभियान में तेजी लाई जा सके। राज्यों से अपने-अपने राज्यों में ऐसे ही अभियान चलाने का अनुरोध किया गया है।
अपने दौरे के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एम्स के परिसर में और उसके बाहर स्वच्छता और सफाई को बनाए रखने संबंधी कार्यों की समीक्षा की और ओटी, आईसीयू, आपातकालीन और निजी वार्डों सहित विभिन्न वार्डों का दौरा किया। केंद्रीय मंत्री ने प्रोटोकॉल की समीक्षा के लिए निपटान क्षेत्रों और शौचालयों का भी दौरा किया। इस संबंध में जिस प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है और इसमें किस प्रकार और सुधार लाया जाए इस संबंध में सुझाव प्राप्त करने के लिए निदेशक तथा विभिन्न सुविधा केंद्रों / वार्डों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों तथा चिकित्सकों के साथ श्री नड्डा ने एक बैठक की। कायाकल्प के एक भाग के रूप में भवन के भीतर और बाहर सेवाओं को बनाए रखने के लिए मानक और प्रोटोकॉल का निर्धारण; विभिन्न स्थानों पर लांड्री और खाद्य जैसी सहायक सेवाएं प्रदान करना; मानकों के अनुसार अपशिष्ट प्रबंधन करना और संक्रमण नियंत्रण उपाय लागू करना। इन क्षेत्रों में की गई प्रगति की आवधिक समीक्षा और निगरानी के लिए समितियों और उप-समितियों का गठन किया गया है।
अपने दौरे के दौरान श्री नड्डा ने रोगियों से बातचीत की और कायाकल्प पहल पर उनसे जानकारी ली तथा उनसे इस बारे में सुझाव भी लिए कि देश के इस प्रमुख अस्पताल में स्वच्छता के मानकों में और अधिक सुधार किस प्रकार लाया जा सकता है। उन्होंने कहा, “मुझे यह देखकर खुशी हुई है कि रोगियों और उनकी सेवा करने वालों ने हमारे द्वारा निर्धारित मानदंडों के प्रति संतोष दर्शाया है। यह हमारे कठिन परिश्रम की पुष्टि करता है“।