देहरादून: प्रदेश के पेयजल एवं स्वच्छता, विद्यालयी शिक्षा मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी की अध्यक्षता में जल निगम एवं जल संस्थान की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।
कैबिनेट मंत्री श्री नैथानी द्वारा विद्यालयों में शौचालयों की स्थिति पूछने पर उनके संज्ञान में लाया गया कि 15,331 विद्यालयों में शौचालय बने हैं तथा 1,263 विद्यालयों के शौचालयों का नवनिर्माण होना है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सर्व शिक्षा अभियान के अन्तर्गत शिक्षा विभाग को सीधे 4,987 लाख धनराशि 452 विद्यालयों को पेयजल संयोजन हेतु प्राप्त हुई, जिनमें से 112 विद्यालयों में पेयजल संयोजन होना अवशेष हैं, जिसके लिए धनराशि की आवश्यकता है, जिस पर मा0 मंत्री महोदय ने वांछित धनराशि हेतु भारत सरकार को पत्र भिजवाने के निर्देश दिये।
पेयजल मंत्री ने निर्देश दिये कि दैवी आपदा से क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं का आंगणन दैवी आपदा से प्राप्त करने हेतु पत्र व्यवहार किया जाय। हैण्ड पम्पों की समीक्षा के दौरान जल संस्थान के मुख्य महा प्रबन्धक एस.के.गुप्ता ने बताया कि सूखे की स्थिति को देखते हुए मा0 मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत द्वारा सूखाग्रस्त 231 स्थानों में हैण्ड पम्प लगाने के आदेश दिये गये थे, जिसकी सूचना सभी जिलों के जिला अधिकारियों से मांगी गई। पेयजल मंत्री ने चिन्हित स्थानों में हैण्ड पम्प तेजी से लगाने के निर्देश दिये। जल संस्थान के मुख्य महाप्रबन्धक एस.के.गुप्ता ने बताया कि आंधी से क्षतिग्रस्त 341 में से 339 योजनाओं को चालू कर दिया गया है।
बैठक में यह बात आई कि स्वैप से बनी अधिकतर एकल ग्राम पेयजल योजना में अनुरक्षण कार्य ग्राम सभा स्तर पर नही हो पा रहा है। ऐसे ग्राम सभाओं द्वारा योजना को जल संस्थान को हस्तांतरित करने का प्रस्ताव आया हैं, इस पर पेयजल मंत्री द्वारा कैबिनेट प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश अपर सचिव पेयजल को दिये। श्री गुप्ता ने मंत्री जी को अवगत कराया कि बहुल ग्रामों की आपूर्ति करने वाली पेयजल योजनाओं को जल संस्थान को हस्तान्तरण करने का निर्णय शासन स्तर होने वाला है।
पेयजल मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी ने चारधामों तथा हेमकुण्ड साहिब के यात्रा मार्गों पर स्मार्ट सिटी की तर्ज पर शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए वाटर ए.टी.एम. लगाने के निर्देश दिये। सारजुला पेयजल योजना का पुनरीक्षण प्राकलन प्रस्तुत करने के निर्देश मंत्री ने दिये।
बैठक में चर्चा हुई कि स्वैप मोड़ में निर्मित पेयजल योजनओं का मेन्टिनेन्स कार्यदायी संस्था ही करें तथा स्वैप में एन.आर.डब्ल्यू.पी. में मिलने वाला अनुरक्षण मद का धन कार्यदायी संस्था को हस्तगत कराया जाय। जिससे योजना का लाभ पात्रों को मिले।
पेयजल मंत्री ने निर्देशित किया कि केन्द्र से मिलने वाले लम्बित धन का विस्तृत विवरण जल निगम व जल संस्थान उन्हें उपलब्ध कराये ताकि वे केन्द्र में प्रभावी पैरवी करें।
पर्यटन मंत्री दिनेश धनै ने जल निगम अधिकारियों को निर्देश दिये कि जाखणीधार में पेयजल की स्वच्छ आपूर्ति के लिए समुचित व्यवस्था करें। कौश्यारताल पपिंग पेयजल योजना का कार्य युद्धस्तर पर कराने के निर्देश मंत्री जी द्वारा दिये गये।
विधायक श्रीमती ममता राकेश द्वारा अवगत कराया गया कि भगवानपुर क्षेत्र में 100 हैण्ड पंप खराब हो गये हैं, जिस पर पेयजल मंत्री ने कहा कि रमजान को देखते हुए हरिद्वार क्षेत्र में शुद्ध पेयजल की समुचित आपूर्ति सुनिश्चित करें।