लखनऊ: जल ही जीवन है, इस जीवन को बनाये रखने के लिये जल संचयन अवश्य करें। जल एंव वन को बचायें तभी जीवन बचेगा और आगे पीढियों तक सुरक्षित चलेगा। वर्षा के जल का संचयन करें,तथा सभी लोग मिलकर जल को बचाने एवं संरक्षण करने का कार्य करें। जल संचयन एंव जल संरक्षण के कार्य को जन आन्दोलन के रूप से एकजुट होकर करें। वृक्षारोपण कर वृक्षों को बचायें तथा उनकी सुरक्षा अवश्य करें। वर्षा के जल का तालाबों एवं खेतों में संचयन करें, जिससे गिरते भूगर्भ जल स्तर को बचाया जा सकंे।
यह विचार प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कानपुर नगर के ग्राम पंचायत तुषौरा, विकास खण्ड सरसौल के पूर्व माध्यमिक विद्यालय मंधना के प्रांगण में आयोजित ‘‘वर्षा जल संचयन एवं जल संरक्षण’’ की आयोजित ग्राम पंचायत की विशेष गोष्ठी में व्यक्त कियें। उन्होनें कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी के मार्ग निर्देशन में आज ग्राम पंचायतों में वर्षा के जल को संचयन करने के संबंध में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्षा जल संचयन हेतु तालाबों की खुदाई करें एवं तालाबों में किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं होने पायें तथा नये जलाश्यों का भी निमार्ण किया जायें। उन्होनें कहा कि गंावों में सभी तालाब पूरे वर्षा जल से भरे रहें। पर्यावरण को बचाने की दृष्टि से जल संचयन के साथ ही वृक्षारोपण अपने खेतों एवं अन्य स्थानों पर अवश्य करें और उन्हें बचाये रखने के उपाय भी करें। उन्होंनें कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार ने मिलकर वर्ष 2022 तक प्रत्येक गरीब एंव आवासहीन परिवार को पक्का घर दिलाने का संकल्प लिया है।
उन्होनें कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामों में विकास की दृष्टि से कार्यो को पूर्ण कराने का कार्य किया जा रहा है तथा ग्राम के विकास कार्यो के लिये धन की कोई कमी नहीं है।उन्होनें कहा कि स्वच्छता अभियान की तरह जल संचयन अभियान को भी जन आन्दोलन की तरह अपनायें,जिससे जल का संचयन किया जा सकें।उन्होनें कहा कि किसान वर्षा के जल को अपने खेतों में मेंडबंदी करके करें, जिससे उनके खेतों में नमी रहेगी तथा उनकी फसलों का उत्पादन भी बढेगा। उन्होनें कहा कि जल है तो कल है,जल के महत्तव को सभी लोग समझे एवं वर्षा जल का संचयन अवश्य करें। उन्होनें जनसामान्य को वर्षा जल संचयन एवं संरक्षण के संबंध में मा0 प्रधानमंत्री जी का ग्राम प्रधानों को सम्बोधित पत्र पढकर समस्त ग्रामीणों को जल संचयन के प्रति जागरूक किया तथा वर्षा जल के संचयन एंव बचाव करने के लिये ग्राम पंचायत के लोगों को जागरूक एवं प्रोत्साहित करने संबंधी शपथ भी दिलायी।
इस अवसर पर प्रदेश के औद्योगिक विकास एवं खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री सतीश महाना ने कहा कि हमें गिरते भूगर्भ जल स्तर को दृष्टिगत रखते हुये जल का संचयन एवं सरंक्षण करना अत्यन्त आवश्यक है। जल के बिना जीवन संभव नहीं है,इसलिये जल का संचयन करना अत्यावश्यक है।
इससे पूर्व उप मुख्यमंत्री सहित मण्डलाुयक्त श्री सुभाष चन्द शर्मा एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने ग्राम में वृक्षारोपण भी किया। मण्डलायुक्त श्री सुभाष चन्द शर्मा ने गांव का निरीक्षण करते हुये तालाब,एवं कुएं में जल की उपलब्धता एवं ग्रामीणों से वार्ता कर जल संरक्षण के प्रति जागरूक रहने केे लिये प्रेरित किया।जिलाधिकारी श्री विजय विश्वास पन्त ने गोष्ठी में वर्षा जल संचयन के संबंध में किये जाने वाले कार्यो के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की।कार्यक्रम में जिला पंचायतराज अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायतों के सहयोग से शहीद सैनिकों के परिवारों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराये जाने हेतु 8 लाख 51 हजार रू0 की धनराशि का चैक भेंट किया गया।
इस अवसर पर सांसद श्री देवेन्द्र सिंह भोले,विधायक श्री अभिजीत सिंह संागा,विधायक श्री महेश त्रिवेदी,विधायक श्री भगवती सागर,विधान परषिद सदस्य श्री अरूण पाठक, सहित जिलाधिकारी श्री विजय विश्वास पन्त,मुख्य विकास अधिकारी श्री अक्षय त्रिपाठी,ग्राम प्रधान तुषौरा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहें।