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हम संकट के साथी, चुनौतियां आने पर हम पलायन नहीं करते, बल्कि उसका मुकाबला करते: मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश

लखनऊउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के सम्बन्ध में मुम्बई में उत्तर प्रदेश डायस्पोरा सत्र को सम्बोधित किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम संकट के साथी हैं, चुनौतियां आने पर हम पलायन नहीं करते, बल्कि उसका मुकाबला करते हैं। सदी की सबसे बड़ी वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान उत्तर प्रदेश देश का एकमात्र राज्य था, जिसने अपने यहां से पलायन नहीं होने दिया। उत्तर प्रदेश ने हर एक प्रवासी के लिए अपने द्वार खोले और उन्हें गन्तव्य स्थल तक पहुंचाने के साथ-साथ हर प्रकार का सहयोग प्रदान किया। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में 40 लाख प्रवासी उत्तर प्रदेश आये थे।
मुख्यमंत्री जी ने डायसपोरा के सदस्यों से प्रदेश को 01 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लिए सहयोग करने का आह्वान किया। प्रदेश सरकार राज्य की 25 करोड़ जनता के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए यू0पी0 डायस्पोरा से जुड़े महानुभावों के सुझावों को सहर्ष स्वीकार करेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिछले 05 वर्षों में आपने बदलते हुए उत्तर प्रदेश को देखा है। आज से 05 वर्ष पहले प्रदेश के नौजवानों, प्रबुद्धजनों, व्यवसायियों, किसानों, महिलाओं, सभी वर्गों के लोगों के सामने पहचान का संकट था। लोग अपनी पहचान बताने में संकोच करते थे। लेकिन आज आप देश और दुनिया में जहां कहीं भी जाएंगे, तो उत्तर प्रदेश की पहचान से गौरवान्वित होते होंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रत्येक सेक्टर में कार्य किए गए हैं। राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया है। प्रत्येक तबके को बिना भेदभाव के योजनाओं का लाभ दिया गया है। जाति, मत, मजहब, क्षेत्र, भाषा के आधार पर भेदभाव नहीं किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 2017 के पहले प्रदेश में बेटियां सुरक्षित नहीं थीं, गरीब और व्यापारी असुरक्षा के संकट से घिरे थे। सरकार गठन के साथ हमने दो विषयों पर फोकस किया। सबसे पहले बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित की और तय किया कि प्रदेश में कोई भी अवैध गतिविधि संचालित नहीं होगी। और फिर, अवैध स्लॉटर हाउस हों या गरीबों के जमीन पर अवैध कब्जे, सब बंद कराए। हमने एंटी भूमाफिया टास्क फ़ोर्स बनाया, अवैध रूप से कब्जा हुई भूमि छुड़ाई गई। एण्टी भू-माफिया टास्क फोर्स के माध्यम से 64,000 एकड़ जमीन भू-माफियाओं से मुक्त करायी गई। इससे प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में लैण्ड बैंक उपलब्ध हुआ। मुक्त करायी गई भूमि पर आज वहां विकास की अनेक परियोजनाएं चल रही हैं। डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर की अधिकतर भूमि इसी का हिस्सा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारी सरकार को लगभग 06 वर्ष होने जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में पहली बार हुआ है कि कोई मुख्यमंत्री अपने कार्यकाल के 05 वर्ष पूर्ण करने के उपरान्त फिर से दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बना रहा हो। पहली बार हुआ है कि 37 वर्ष बाद कोई सरकार रिपीट कर रही है। यह प्रधानमंत्री जी का यशस्वी नेतृत्व और मार्गदर्शन में जनता-जनार्दन का आशीर्वाद इसीलिए प्राप्त हुआ, क्योंकि उसे लगा कि इस परिर्वतन में हमें भी सहभागी बनना है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिछले पौने छः वर्ष में प्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ। पहले पर्व और त्योहार नहीं मनाए जा सकते थे। उन्होंने कहा कि वे आश्वस्त करने आए हैं कि उत्तर प्रदेश से आपका संवाद और सम्बन्ध है, बराबर आना-जाना है। आपने परिवर्तन देखा होगा। परिवर्तन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को भी आपने नजदीक से महसूस किया होगा। यह सभी चीजें तेजी से घटित हो रही हैं और दिखायी दे रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार अपने कार्यकाल के मात्र ढाई वर्ष ही पूर्ण कर पाई थी कि कोरोना महामारी आ गई थी। तब भी हम रुके नहीं, डिगे नहीं, झुके नहीं और न ही हमने पलायन का रास्ता अपनाया। हम मजबूती के साथ जुटे रहे, डटे रहे, आगे बढ़ते रहे। प्रत्येक फील्ड में उत्तर प्रदेश ने कुछ नया किया है और यह परिवर्तन उसी का हिस्सा है। कोरोना कालखण्ड में जब दुनिया पस्त थी, उत्तर प्रदेश अपने यहां निवेश करा रहा था। इस दौरान दुनिया की पहली डिस्प्ले यूनिट उत्तर प्रदेश में लगी थी। प्रदेश में आज यूनिट ने प्रोडक्शन भी प्रारम्भ कर दिया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने कानून व्यवस्था का बेहतरीन मॉडल स्थापित किया है। इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा रिफॉर्म किए गए। पुलिस फोर्स का आधुनिकीकरण किया गया। पारदर्शी तरीके से डेढ़ लाख से अधिक भर्तियां की गईं। प्रदेश सरकार द्वारा अब तक 05 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं। कोई भी उंगली नहीं उठा सकता कि किसी के साथ जाति, मत, मजहब के आधार पर भेदभाव हुआ है। भर्ती के नियामक बोर्डों और आयोगों को कहा गया था कि आपके कार्य में किसी का भी हस्तक्षेप नहीं होगा। प्रदेश में निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक स्तर पर इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट के अनेक कार्य हुए हैं। आज 4-लेन से इण्टरस्टेट कनेक्टिविटी जुड़ चुकी है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे संचालित हो गए हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को पूर्वी उत्तर प्रदेश से जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे पर कार्य किया जा रहा है। गांवों और जनपदों की कनेक्टिविटी को प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 के पहले गोरखपुर में दिल्ली से कभी-कभी एक फ्लाइट जाती थी। आज गोरखपुर से दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, बैंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, प्रयागराज के लिए 14 फ्लाइट्स संचालित हैं। प्रदेश में 09 एयरपोर्ट पूरी तरह क्रियाशील हैं। 10 एयरपोर्ट्स पर कार्य चल रहा है, जिसमें से 05 एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गए हैं। प्रदेश सरकार ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इण्डिया के साथ इनके संचालन और प्रबन्धन के सम्बन्ध में एम0ओ0यू0 कर लिए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में आजमगढ़ में एयरपोर्ट तथा विश्वविद्यालय बन रहा है। चित्रकूट में एयरपोर्ट निर्माण का कार्य अन्तिम चरणों में है। सोनभद्र, अलीगढ़, मुरादाबाद, सहारनपुर, श्रावस्ती में एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। श्रावस्ती भगवान श्रीराम के पुत्र ने बसायी थी। भगवान बुद्ध ने सर्वाधिक चातुर्मास यानि 36 वर्ष श्रावस्ती में ही व्यतीत किए थे। 03 अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे क्रियाशील हैं। प्रदेश सरकार जेवर में एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बना रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश के सर्वाधिक 05 शहरों में मेट्रो रेल सेवा उत्तर प्रदेश में संचालित है। आगरा में मेट्रो रेल का कार्य चल रहा है। गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज तथा मेरठ में मेट्रो रेल सेवा के सर्वे की कार्यवाही अन्तिम चरणों में है। कल देश की पहली रैपिड रेल का ट्रायल हुआ है। दिल्ली से मेरठ की दूरी तय करने में 03 घण्टे लगते थे। आज मात्र 45 मिनट में आप इस दूरी को तय कर सकते हैं। 12-लेन का एक्सप्रेस-वे बन चुका है। यह सभी कार्य आज उत्तर प्रदेश में हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि औद्योगिक विकास के लिए शासन-प्रशासन में निवेशकों और उद्यमियों का विश्वास सबसे महत्वपूर्ण है। उन्हें विश्वास हो कि मेरी फाइल अनावश्यक लम्बित नहीं रहेगी। लालफीताशाही की शिकार नहीं होगी। प्रदेश सरकार ने इसके लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग किया है। ‘निवेश मित्र’ देश का सबसे बड़ा डिजिटल प्लेटफॉर्म है। इसमें 350 से अधिक एन0ओ0सी0 एक साथ उपलब्ध हो सकती हैं। प्रदेश सरकार ने इसे लॉन्च किया है, जो आज सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है। उत्तर प्रदेश में 04 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ‘निवेश सारथी’ पोर्टल भी बनाया गया है। यदि किसी निवेशक ने प्रदेश के साथ एम0ओ0यू0 किया, तो ‘निवेश सारथी’ इसका प्रत्येक दिन मॉनीटरिंग करेगा कि निवेश की प्रक्रिया में कहां पर दिक्कत आ रही है। निवेश होने के उपरान्त आपको समय पर इन्सेन्टिव मिला है, इसके लिए भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है। डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से यह पूरी प्रक्रिया बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के आगे बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश में विश्वास और सुरक्षा का बेहतर माहौल उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसी भी औद्योगिक निवेश और विकास के लिए एम0एस0एम0ई0 का क्लस्टर सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। देश का सबसे अच्छा एम0एस0एम0ई0 का बेस उत्तर प्रदेश के पास है। उत्तर प्रदेश में 96 लाख एम0एस0एम0ई0 यूनिट्स हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने बड़े परिश्रम के साथ प्रत्येक जनपद के साथ कुछ न कुछ जोड़ा था। प्रदेश सरकार ने परम्परागत उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ की नीति प्रारम्भ की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ईश्वर की आराधना और उनके अवतार की भूमि के साथ-साथ पुरुषार्थ की भूमि भी है। लोगों के परिश्रम ने हमारे प्रदेश को उत्तर प्रदेश बनाया है। तभी वहां बार-बार ईश्वरीय अवतार हुए। माँ गंगा और यमुना का आशीर्वाद तभी वहां प्राप्त हुआ। बाबा विश्वनाथ का धाम तभी वहां बना, क्योंकि उत्तर प्रदेश में उस प्रकार के पोटेंशियल थे। वहां के उद्यमियों और हमारे पूर्वजों ने इस प्रकार की मेहनत की। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम में कोई भी ऐसा जनपद नहीं है, जिसके पास उसकी परम्परागत पूंजी न हो। उसी को प्रदेश सरकार ने वर्ष 2018 में ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ के रूप में प्रमोट किया था। इसने हमारे एक्सपोर्ट को दोगुना किया है। प्रदेश सरकार लगभग 01 लाख 60 हजार करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट कर रही है। उत्तर प्रदेश ‘एक्सपोर्ट प्रदेश’ के रूप में आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की कृपा और मार्गदर्शन में प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर, रोड व एयर कनेक्टिविटी मिली है। हमारे पास 16,000 किलोमीटर का रेल सेवा नेटवर्क है। ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर प्रदेश से होकर गुजरता है। इसका जंक्शन उत्तर प्रदेश के जेवर के पास है। उत्तर प्रदेश में लॉजिस्टिक्स हब के लिए अपार सम्भावनाएं हैं। उत्तर प्रदेश ने लैण्ड लॉक्ड स्टेट की अवधारणा को समाप्त करते हुए नदियों को वॉटर-वे के रूप में उपयोग करना प्रारम्भ कर दिया है। हल्दिया से वाराणसी के बीच कार्गो सेवा प्रारम्भ हो चुकी है। अब इसमें पैसेंजर जहाज भी चलना प्रारम्भ हो गए हैं। आगामी 13 जनवरी को प्रधानमंत्री जी दुनिया के सबसे बड़े क्रूज का प्रारम्भ करेंगे। यह वाराणसी से डिब्रूगढ़ जाएगा। अभी से अगले 02 वर्षों की एडवांस में बुकिंग शुरू हो गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बलिया भ्रमण के दौरान उन्होंने बलिया से सब्जी और हरी मिर्च को गल्फ के लिए एक्सपोर्ट करने हेतु कण्टेनर का फ्लैग ऑफ किया था। प्रदेश सरकार द्वारा इससे पहले इसी मार्ग से आम भी दुनिया के देशों में भेजा गया था। प्रदेश में अब लैण्ड लॉक्ड की समस्या नहीं है। यहां वॉटर-वे हैं। वॉटर-वे को वाराणसी से प्रयागराज तक बढ़ाया जाएगा। अयोध्या की सरयू नदी में भी लाया जाएगा। हमारे पास नदियों का बहुत अच्छा जाल मौजूद है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में 25 सेक्टोरल नीतियां तैयार की गई हैं। उत्तर प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, फूड प्रोसेसिंग, इलेक्ट्रिक वेहिकल या आई0टी0, आई0टी0ए0एस0 सहित किसी भी क्षेत्र में निवेश को सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया जा सकता है। हमारा मानना है कि हर एक पूंजी हमारे लिए निवेश है। कोई भी विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज, सेण्टर खोलता है या स्टार्ट-अप प्रारम्भ करता है, तो यह हमारे लिए एक निवेश है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन मेडिकल कॉलेज’ की तरफ आगे बढ़ चुका है। वर्ष 1947 से लेकर वर्ष 2017 तक उत्तर प्रदेश में मात्र 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज बन पाए थे। अर्थात आजादी के बाद के 70 वर्षों में 12 मेडिकल कॉलेज। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2017 से लेकर अब तक 35 गवर्नमेण्ट मेडिकल कॉलेज बनाए हैं। कुछ जनपदों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए निजी क्षेत्र को भी जोड़ा जाएगा। इस सम्बन्ध में प्रदेश सरकार की पी0पी0पी0 मोड पर पॉलिसी आ चुकी है। 10 बचे जनपदों में से 06 जनपदों के लिए प्रस्ताव आ चुके हैं। 04 जनपदों में मेडिकल कॉलेज के निर्माण की कार्यवाही आगे बढ़ायी जा रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के साथ उन जनपदों को भी कवर कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अनेक सेक्टर हैं, जिनमें कार्य किए जा सकते हैं। उत्तर प्रदेश में एम0एस0एम0ई0 की अपनी पॉलिसी बनायी गई है। 1000 दिनों तक किसी भी लाईसेंस की आवश्यकता नहीं है। इस बीच आप निवेश कीजिए, प्रोडक्शन कीजिए और सरकार से इन्सेन्टिव भी लीजिए। 1000 दिनों तक प्रक्रिया ऑटो मोड पर आगे बढ़ती रहेगी। उन्होंने डायसपोरा के पदाधिकारियों से कहा कि प्रदेश की सेक्टोरल पॉलिसीज को सभी सदस्यों तक पहुंचाएं। इन्हें डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी देखा जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश देश में निवेश का सबसे अच्छा गंतव्य है। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दृष्टिगत वरिष्ठ मंत्रियों की 08 टीमें दुनिया के देशों में भेजी गई थीं। इन टीमों ने 16 देशों के 21 शहरों को कवर किया था। इन्हें दुनिया में बहुत पॉजिटिव रिस्पॉन्स दिया था। इसी क्रम में देश के 08 शहरों में रोड-शो होने जा रहे हैं। मुम्बई से इसकी शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार फ्लैटेड फैक्ट्रीज के कॉन्सेप्ट को भी ला चुकी है। 04 शहरों में फ्लैटेड फैक्ट्रीज बनायी जा रही हैं। प्रदेश में डेयरी, फार्मा, ऑटोमोबाइल सेक्टर में अपार सम्भावनाएं हैं। न्यू सिटीज के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रदेश सरकार प्रत्येक सेक्टर में सहयोग कर रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के देश को 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के विजन तय किया है। भारत आज दुनिया की सबसे बड़ी उभरती हुई अर्थव्यवस्था है। भारत अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में भारत को दो अवसर प्राप्त हुए हैं। जिस ब्रिटेन ने लगभग 200 वर्षों तक भारत में शासन किया था, उसे पछाड़कर भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में भारत जी-20 देशों का नेतृत्व कर रहा है। जी-20 दुनिया के वह बड़े देश हैं, इनमें दुनिया की 60 प्रतिशत आबादी निवास करती है। इनका दुनिया के 75 फीसदी ट्रेड पर अधिकार है। इन देशों का दुनिया के 85 फीसदी जी0डी0पी0 तथा विश्व के 90 प्रतिशत पेटेण्ट पर भी अधिकार है। उन 20 जी-20 देशों का नेतृत्व भारत कर रहा है। इसमें अपने प्रदेश को आगे बढ़ाने के अवसर का हम भी लाभ उठाएंगे।

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