लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज गोरखपुर नगर निगम परिसर में 482 करोड़ रुपये की 253 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने ठोस कचरा प्रबन्धन हेतु 34 वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री जी द्वारा लोकार्पित परियोजनाओं में प्रमुख रूप से ‘राज्य स्मार्ट सिटी मिशन’ के अंतर्गत इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर (आई0सी0सी0सी0), 200 टन प्रतिदिन क्षमता के स्मार्ट गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन, 50 टन प्रतिदिन क्षमता के सी0 एण्ड डी0 वेस्ट प्रोसेसिंग के कार्य हैं।
शिलान्यास होने वाली प्रमुख परियोजनाओं में डिजिटल लाइब्रेरी, नगर निगम टाउन हॉल का नवीनीकरण एवं मरम्मत का कार्य, जल-निकासी हेतु नाली-नाला का निर्माण, त्वरित आर्थिक विकास योजना के अन्तर्गत सड़क व नाली निर्माण, अर्बन फ्लड रिस्क मैनेजमेण्ट प्रोग्राम के अंतर्गत बाढ़ पम्पिंग स्टेशन तथा अर्ली वार्निंग सिस्टम एवं नाला निर्माण, स्वच्छ पेयजल आपूर्ति परियोजनाएं, ताल नदोर में कान्हा गौशाला का निर्माण कार्य, एकला बन्धा पर राप्ती रिवर फ्रण्ट एवं शहर के डिवाइडरों पर ग्रीन बेल्ट का विकास सहित समस्त 80 वाॅर्डों में सड़क, नाली-नाला एवं अन्य कार्य, 15वें वित्त आयोग के अन्तर्गत पेयजल आपूर्ति, सीवर, साॅलिड वेस्ट मैनेजमेण्ट तथा महानगर के विभिन्न स्थानों पर पथ प्रकाश व्यवस्था सुदृढ़ करने के कार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम तकनीक अपनायें और तकनीक का उपयोग कर स्वयं को स्मार्ट बनाने के साथ सिटीज को भी स्मार्ट बनायें, ताकि लोग हमारी सिटीज के बारे में अच्छी धारणा रख सकें। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का यही सपना है कि हमारे शहर स्मार्ट लगे। हमें दुनिया की तरफ न देखना पड़े बल्कि दुनिया हमारे देश के शहरों से सीखे। अब गोरखपुर भी स्मार्ट सिटी के रूप में अपने आप को कह पायेगा। स्मार्ट सिटी मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, नेशनल ग्रीन प्रोग्राम से जुड़े हुए कार्यक्रम आज यहां पर सम्पन्न हुए हंै। इण्टीगे्रटेड कण्ट्रोल एण्ड कमाण्ड सेण्टर द्वारा सिटी की सफाई, स्ट्रीट लाईट, पेयजल की व्यवस्था के साथ-साथ गोरखपुर सिटी की ट्रैफिक व सुरक्षा आदि की माॅनीटरिंग होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज अनेक ऐसी योजनाएं चल रही हैं, जो ‘ईज आॅफ लिविंग’ के लक्ष्य को प्राप्त करने में अत्यन्त सहायक हो सकती हैं। टेक्नोलाॅजी का उपयोग कर इन योजनाओं की माॅनीटरिंग कर सकते हंै। शहरी क्षेत्रों मंें एक बड़ा चैलेंज साॅलिड एण्ड लिक्विड वेस्ट की प्रोसेसिंग का है। गार्बेज की प्रोसेसिंग कर अपने शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने में हम कैसे योगदान दे सकते हंै, यह कार्य चुनौती बना हुआ था। नगर निगम ने आज अपने दो महत्वपूर्ण प्लांट भी स्थापित किये हैं, जो इस समस्या से निजात दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
मा0 उच्चतम न्यायालय ने 08 वर्ष पहले कहा था कि हर शहर के पास एक सेफ सिटी का माॅडल होना चाहिए। गोरखपुर में नगर निगम, पुलिस प्रशासन, आमजन, व्यापारियों तथा बैंको ने मिलकर सेफ सिटी व्यवस्था को स्थापित किया है। हजारों कैमरे गोरखपुर में लगे हैं। इसका परिणाम है कि शहर में सुरक्षा का एक बेहतर वातावरण है।
गोरखपुर के पास आज सब कुछ है। इसको संजोने और संवारने का कार्य गोरखपुर नगर निगम का है। पार्षदगण वाॅर्डाें में स्वच्छता समितियों का गठन करके लोगों को जागरूक करंे। जगह-जगह डस्ट बिन रखे जायंे और उसी जगह कूड़ा एकत्र करें। हमारा शहर सुंदर दिखेगा, तो लोग आकर्षित होंगे। प्रत्येक जनप्रतिनिधि और स्वच्छता समितियों से जुड़े लोग कार्य करें, तो कोई कारण नहीं कि हमारा शहर स्वच्छ और सुंदर न लगे। गोरखपुर स्मार्ट भी दिखेगा और दुनिया से आने वाले लोगों का आकर्षण भी बनेगा। नगर निगम द्वारा कल्याण मण्डपम बनाये जा रहे हंै। जो लोग महंगे होटल, मैरिज हाउस में अपने मांगलिक कार्यक्रम नहीं कर पाते, नगर निगम द्वारा उन लोगों के लिए सस्ती दर पर मांगलिक एवं अन्य कार्यों को सम्पन्न करने के लिए स्थान की सुविधा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर में आज फोर लेन व सिक्स लेन की सड़कंे हैं। सड़कों के लिए धनराशि दी जा चुकी है। सभी पर कार्य हो रहा हैं। कोई भी मार्ग हो चाहे वह लखनऊ से आने वाला मार्ग हो या नेपाल जाने वाले मार्ग या फिर कुशीनगर, देवरिया जाने वाला मार्ग, सभी मार्ग फोर लेन हो चुके हैं। टाउन हाॅल से गीता प्रेस होते हुए धर्मशाला तक चैड़ीकरण, हावर्ड बंधा को भी फोर लेन की कार्यवाही के साथ जोड़ रहे हैं। इसको फोर लेन के साथ माधोपुर तटबंध से होते हुए गोरखपुर-सोनौली मार्ग तक जोड़ा जायेगा। एच0एन0 सिंह चैराहा से होते हुए आर्यनगर को जोड़ने वाली सड़क, गोरखनाथ मंदिर को जोड़ने वाली सड़क और गोरखनाथ मंदिर से स्पोटर्स कालेज मार्ग को भी फोर लेन कर दिया गया है। यह सड़कें दो साल नहीं, बल्कि 50 साल की गारंटी देती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज गरीबों के पास अपना मकान, राशन, स्वास्थ्य तथा ईधन की सुविधा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीण और शहरी इलाकों में उत्तर प्रदेश में 56 लाख आवास बने है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में आवास के लिए धनराशि मिल रही है। यह सब कार्य एक सकारात्मक सोच के कारण ही हो पाये हंै। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से आह्वान किया कि इस बार वन महोत्सव में हर पार्षद संकल्प ले कि, खाली स्थान पर अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जाएगा तथा उन पौधों की रखवाली भी होगी। गोरखपुर में पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय बनाया जा रहा है, जिसके निकट निराश्रित गौ-आश्रय स्थल बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने 50 एकड़ भूमि नगर निगम को उपलब्ध कराई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज गोड़धोइया नाला चैड़ा किया जा रहा है। उसके दोनांे ओर चैड़ी सड़कें, सीवर लाइन तथा स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की जा रही है। यह अब नाला नहीं, बल्कि एक नदी का रूप लेने जा रहा है। इस नाले के दोनों ओर अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जाये। हमारा शहर कंकरीट नहीं बल्कि हरा-भरा दिखना चाहिए। जिस प्रकार रामगढ़ताल देश-दुनिया के लिए फिल्म शूटिंग, सेल्फी स्पाॅट एवं आकर्षण का केन्द्र बना है, उसी प्रकार फिल्म शूटिंग, सेल्फी प्वाइंट एवं आकर्षण का केन्द्र गोड़धोइया नाला भी बनेगा। हम सभी को कुछ न कुछ नया करना चाहिए।
सांसद श्री रवि किशन शुक्ल, विधायक श्री विपिन सिंह तथा महापौर डाॅ0 मंगलेश श्रीवास्तव ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।