मंडी: उत्तराखंड मौसम की मार ने इस बार चंबा जिला में मटर की फसल को भी काफी प्रभावित किया है। बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि तथा बर्फबारी से मटर की पैदावार में कमी आई है। इसके चलते मटर के फूल झड़ गए तथा फसल पीली पड़ गई जिससे किसानों को काफी नुक्सान उठाना पड़ा है। पहले एक छोटा किसान सीजन में तीन से चार क्विंटल तक मटर की पैदावार करता था जो इस साल मौसम की मार से एक क्विंटल तक रह गई है। किसान इसके चलते काफी दुखी हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि मौसम की मार से प्रभावित हुई उनकी मटर की फसल के बदले उन्हें मुआवजा दिया जाए ताकि वे अपने परिवार का गुजर बसर कर सकें।
जिले के किसानों के अनुसार इस बार असमय हुई बारिश-बर्फबारी तथा ओले गिरने से खेतों में लगी उनकी मटर की फसल काफी हद तक बरबाद हो गई। जिस समय फूल आने का समय हुआ तो ओले गिर गए जिससे फूल झड़ गए तथा फसल पीली पड़ गई जिससे अधिकतर मटर सड़ गए। कई किसानों के अनुसार उन्होंने बैंक से ऋण लेकर मटर के बीज खरीदे तथा फसल बोई लेकिन जब फसल काटने का समय नजदीक आने लगा तो मौसम की ऐसी मार उनपर पड़ी कि उन्हें भविष्य में ऋण चुकता करने में दिक्कतें पेश आएंगी।
किसानों के अनुसार मौसम की मार के चलते ही अब अधिकतर किसान खेतीबाड़ी से मुंह मोड़ने लगे हैं क्योंकि उन्हें मेहनत के बदले उचित फायदा नहीं मिल पाता। किसानों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि उन्हें हुए नुक्सान के बदले मुआवजा मुहैया करवाया जाए ताकि वे भविष्य में फिर से खेतीबाड़ी का कार्य कर सकें।
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