प्रादेशिक लोक संपर्क ब्यूरो, लखनऊ, देहरादून और पत्र सूचना कार्यालय, लखनऊ व वात्सल्य द्वारा सुरक्षित गर्भपात पर अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।जिसमें चिकित्सा क्षेत्र और महिला सशक्तिकरण में काम करने वाली विषय विशेषज्ञों ने अपनी राय रखी। 28 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय सुरक्षित गर्भपात दिवस (World Safe Abortion Day) के मौके पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के जरिए व्यक्ति के शरीर पर उसके अधिकार की जानकारी को लेकर एक अहम कोशिश की गई। कार्यक्रम में अतिथियों ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षित गर्भपात के विषय पर अपनी बात रखी।
वेविनार की शुरुआत वात्सल्य संस्था की शगुन त्रिपाठी द्वारा महिलाओं के सुरक्षित गर्भपात अधिकार और सावधानी के विषय पर चर्चा से हुई।
वेबिनार के शुरूआती चरण में संयुक्त निदेशक श्री मनोज वर्मा ने वेबिनार में जुड़े सभी अतिथियों का स्वागत किया साथ ही वेबिनार के मुख्य उद्देश्य के बारे में बताया।
कार्यक्रम में जुड़ी आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि सुरक्षित गर्भपात के विषय पर स्थानीय स्तर पर महिलाओं को सही जानकारी का अभाव रहता है। महिलाएं इस विषय पर किसी से बात ही नहीं करना चाहती हैं और इस विषय पर चुप्पी साधे रहती हैं जिसकी वजह है स्थानीय दवा केंद्रों से महिलाएं दवाइयां ले लेती है और खा लेती हैं जिनका नकारात्मक परिणाम उन्हें भुगतना पड़ता है। आशा ने बताया कि वह इस विषय पर महिलाओं को ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेने की अपील लगातार कर रही है।
उत्तराखंड के हल्द्वानी स्थित डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय अस्पताल में बतौर डाइटिशियन काम करने वाली डॉक्टर आशा सिंह ने इस मुद्दे पर खानपान एंव डाइट पर अपनी बात रखी।