देहरादून: मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने मुख्य सचिव सभा कक्ष में पोषण अभियान के अन्तर्गत राज्य स्तरीय अभिसरण समिति की समीक्षात्मक बैठक करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि सी.डी.पी.ओ. सुपरवाइजर और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के खाली पदों पर जल्द प्रोन्नति की जाय। ग्राम पंचायत, बी.डी.सी. और जिला स्तर पर होने वाली बैठकों में कुपोषण के साथ ही विद्यालय में होने वाली अभिभावकों के बैठक में भी चर्चा करें। सभी आंगनबाडियों मंे डिजटल वजन और ऊॅचाई नापने की मशीन लगांए तथा 01 वर्ष के अन्दर प्रदेश में कुपोषण में 02 प्रतिशत से 06 प्रतिशत तक की कमी लाने के प्रयास किये जायें।
मुख्य सचिव ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों की बाल कुपोषण को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। कुपोषण को दूर करने व बिमारियों से बचाव में स्वच्छता का विशेष महत्व है। मुख्य सचिव ने पोषण अभियान राज्य स्तरीय अभिसरण समिति से जुड़े विभागों यथा वित्त, नियोजन, शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ग्राम्य विकास और पंचायती राज के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि वे आपसी सामंजस्य बना कर प्रदेश से कुपोषण को खत्म करने में तत्परता से कार्य करें।
उन्होंने कहा कि आज की किशोरी ही भविष्य की माँ है। स्वस्थ माँ ही स्वस्थ बच्चे को जन्म देती है, स्वस्थ बच्चा ही एक स्वस्थ समाज का निर्माण करता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश से कुपोषण का समूल विनाश करने के लिए भी शासन स्तर से आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराया जायेगा।
बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने बताया कि समेकित बाल विकास सेवाओं के तहत टेक होम राशन अनुपूरक पोषाहार के रूप में वितरित किया जा रहा है। प्रत्येक माह की 05 तारीख को वजन एवं पोषण दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिस दिन समस्त लाभार्थियों को आंगनबाड़ी केन्द्र के माध्यम से पोषाहार वितरित किया जाता है। 05 तारीख को ही एनएनएम, आशा बच्चों, किशोरियों, महिलाओं का स्वास्थ्य परिक्षण करें।
समीक्षा बैठक के दौरान उपनिदेशक/नोडल अधिकारी राष्ट्रीय पोषण मिशन श्रीमती सुजाता ने पोषण अभियान के तहत अब तक की कार्यवाही तथा भविष्य में प्रदेश से कुपोषण का समूल विनाश किये जाने की कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण दिया।