देहरादून: उत्तराखण्ड विधान सभा परिसर, देहरादून में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ विधान सभा अध्यक्ष श्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर राजपुर क्षेत्र के विधायक श्री खजान दास एवं रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ उपस्थित थे।
कार्यक्रम में विशेषज्ञ के तौर पर कैन्सर शोध संस्थान, हिमालयन अस्पताल के निदेशक डा0 सुनील सैनी एवं उनकी टीम ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर कैन्सर से ग्रसित मरीजो न भी अपनी आपबीती सुनायी। साथ ही इस मौके पर विधान सभा की शोध एवं सन्दर्भ शाखा ने तंबाकू निषेध पर सन्दर्भ पत्र भी जारी किया। इस अवसर पर वक्ताओं द्वारा स्कूलों एवं कालेजो में इस अभियान को तेजी से चलाने के सुझाव दिये गये।
इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि सिगरेट या बीड़ी का धुआं किसी मजहब और प्रांत को नहीं पहचानता, किसी रिजर्वेशन या राजनीतिक झुकावों को नहीं जानता। उसका सबके लिए एक ही मेसेज है, और वह है मौत। किन्तु दुर्भाग्यवश इस गलत आदत को स्टेटस सिंबल मानकर अक्सर नवयुवक अपनाते हैं और दूसरों के सामने दिखाते हैं।
श्री अग्रवाल ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर सभी से अपील की तंबाकू का सेवन न कर,ें तंबाकू एक धीमा जहर है जो कैंसर जैसे घातक रोग का प्रमुख कारण है। जो तंबाकू का सेवन करते हैं वे बंद कर दें। जो नहीं करते वे शपथ लें कि वे न तो जीवन में कभी इसका सेवन करेंगे और न ही अपने परिचितों को ऐसा करने देंगे। उन्होंने सभी लोगों को तंबाकू के खतरे के प्रति सचेत रहकर समाज में इसके प्रति जागरुकता फैलाने का आहवान किया।
इस अवसर पर विधायक खजान दास ने कहा कि तम्बाकू में मादकता या उतेजना देने वाला मुख्य घटक निकोटीन है यही तत्व सबसे ज्यादा घातक भी है। इसके अलावा तम्बाकू मे अन्य बहुत से कैंसर उत्पन्न करने वाले तत्व पाये जाते है। धुम्रपान एवँ तम्बाकू खाने से मुँह् ,गला, श्वासनली व फेफडोँ का कैंसर, दिल की बीमारियाँ, पेट के अल्सर, अनिद्रा आदि रोगों की सम्भावना तम्बाकू उत्पादों के सेवन से बढ़ जाती है
रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ ने अपने विचार रखते हुए कहा कि धूम्रपान दरअसल एक लत है जिससे जब तक व्यक्ति दूर रहता है तब तक तो वह ठीक रहता है लेकिन एक बार यदि इसे प्रारम्भ कर दिया जाए तो इंसान को इस नशे में मज़ा आने लगता है। उन्होने कहा कि कुछ कहने-सुनने से पहले यह जान लें की धूम्रपान हर दृष्टि से हानिकारक है
इस अवसर पर विधान सभा सचिव श्री जगदीश चन्द ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने तंबाकू व धूम्रपान के अन्य उत्पादों से होने वाली बीमारियों और मौतों की रोकथाम को ध्यान में रखकर इस वर्ष की थीम ’टोबेको और कार्डियो वेस्कुलर डिसीज (तंबाकू और हृदय रोग )’ रखी है.
इस अवसर पर विशेषज्ञ डा0 सुनील सैनी ने बताया कि ’ग्लोबल एडल्ट तंबाकू सर्वेक्षण’ 2016-17 के अनुसार, भारत में धुआं रहित तंबाकू का सेवन धूम्रपान से कहीं अधिक है। वर्तमान में 42.4 फीसदी पुरुष, 14.2 फीसदी महिलाएं और सभी वयस्कों में 28.8 फीसदी धूम्रपान करते हैं या फिर धुआं रहित तम्बाकू का उपयोग करते हैं। आंकड़ों के मुताबिक इस समय 19 फीसदी पुरुष, 2 फीसदी महिलाएं और 10.7 फीसदी वयस्क धूम्रपान करते हैं, जबकि 29.6 फीसदी पुरुष, 12.8 फीसदी महिलाएं और 21.4 फीसदी वयस्क धुआं रहित तंबाकू का उपयोग करते हैं। उन्होंने बताया कि सभी कार्डियो वेस्कुलर (सीवी) रोगों में लगभग 10 फीसदी का कारण तम्बाकू का उपयोग है। उन्होंने बताया कि यह शुभसंकेत है कि पिछले कुछ सालों में तंबाकू एवं धूम्रपान के सेवन में 4 फीसदी गिरावट आयी है।
इस मौके पर डा0 अभिषेक कंडवाल, डा0 विपुल नौटियाल, राज्य स्वास्थ्य सूचनाधिकारी श्री जे0सी0 पाण्डेय, मूरत राम शर्मा, गीता राम गौड, बबीता पुण्डीर सहित विधान सभा के अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विधान सभा सचिव द्वारा किया गया।