देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने निर्देश दिए हैं कि राज्य में अगले दो-तीन वर्षों में बीज की आवश्यकता को पूरा कर लिया जाय। कोटाबाग व पौड़ी में अदरक के उत्पादन के लिये क्षेत्र विकसित किये जाएं। बीजापुर हाउस में नेशनल सीड कार्पोरेशन के साथ हुयी बैठक में मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य में उच्च गुणवत्ता के बीज विकसित करने के लिए राज्य में कार्यरत सभी विशेषज्ञ संस्थाएं आपसी समन्वय से कार्य करें।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में व्यक्तिगत प्रयासों के तहत अदरक की खेती की जा रही है। उद्यान विभाग इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित करंे। माल्टा व नींबू के विपणन के लिये योजना तैयार की जाय। सरकार की कोशिशों से मंडुवे की माँग में बढोत्तरी हुई है मगर अभी भी उसके उत्पादन में अपेक्षा के अनुरूप वृद्धि नहीं हो पाई है। मंडुवे उत्पादन को बढ़ाने की आवश्यकता है इसके लिये मंडुवा उत्पादित क्षेत्रों को बढ़ाया जाय। इसके लिये महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए प्रोत्साहन की नीति अपानाई जाए। उन्हें मंडुवा चक्की व थ्रेसर उपलब्ध कराये जाएं। राज्य में उत्पादित फल, सब्जी व दुग्ध का विपणन ‘‘सफल’’ के अंतर्गत किया जा सकता है। करीपत्ता व मधुमक्खी पालन के लिए योजना तैयार की जाय साथ ही सरसों के उत्पादन पर भी ध्यान दिया जाय जिससे मधुमक्खियों को शहद बनाने के लिये फूलों की कमी न हो।