देहरादून : मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार को शहीद राइफलमैन शिशिर कुमार मल्ल के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री श्री रावत चंद्रबनी में शहीद शिशिर कुमार के अंतिम संस्कार में शामिल हुए और उत्तराखंड की ओर उन्हें अंतिम सलामी दी। मुख्यमंत्री ने शोकसंतप्त परिवारजनो से मिलकर ढांढस बंधाया और आश्वस्त किया कि दुख की इस घड़ी में राज्य सरकार उनके साथ है। केबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल ने भी शहीद शिशिर कुमार को श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि देश की रक्षा में उत्तराखंड ने अपने दो बेटों देहरादून के शिशिर कुमार व बिंदुख के मोहननाथ गोस्वामी की शहादत दी है। हमें अपने इन दो वीरों को खोने पर दुख है। इसके साथ ही हमें गर्व भी है कि देश की रक्षा के लिए शहादत देने में हमारे जवान सबसे आगे रहते हैं। इस मौके पर मौजूद मीडिया द्वारा पूछे जाने पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि इस पर गम्भीरता से विचार किए जाने की आवश्यकता है कि पिछले कुछ समय में अचानक ऐसी क्या परिस्थितियां हो गईं कि कश्मीर में आतंकवाद फिर से सर उठाने लगा है। बल्कि अब तो आतंकवाद कश्मीर से बाहर भी पैर पसारने लगा है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आतंकवाद को नष्ट करने के लिए केंद्र सरकार जो भी कदम उठाती है राष्ट्रीय हित में उत्तराखंड की सरकार उनके साथ है। वार मेमोरियाल को राज्य के स्वाभिमान से जुड़ा होने की बात कहते हुए श्री रावत ने कहा कि हमने केंद्र सरकार द्वारा चीड़बाग में प्रस्तावित वार मेमोरियल में पूरा सहयोग दिए जाने की बात कही है, परंतु इसका वर्तमान क्या स्टेटेस है, इसके बारे में हमें पता नहीं है। चीड़बाग में वार मेमोरियल नहीं बन पाने की स्थिति में जिलाधिकारी को वैकल्पिक व्यवस्था दुरूस्त रखने के लिए निर्देशित कर दिया गया है।