देहरादूनः अनिल के0 रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में राज्य रेलवे सुरक्षा व्यवस्था समिति की एक उच्चस्तीरय बैठक आयोजित हुई, जिसमें श्री अशोक कुमार, महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखण्ड, श्री वी0 विनय कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन/अभिसूचना/सुरक्षा, श्री संजय गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक, पी/एम, श्री ए0पी0 अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक पीएसी, श्री राजा राम, मुख्य सुरक्षा आयुक्त पूर्वोत्तर रेलवे एवं श्री संजय सांकृत्यान, मुख्य सुरक्षा आयुक्त, रेलवे सुरक्षा बोर्ड उत्तर रेलवे, श्री हिमांशु उप वन संरक्षक, राजाजी टाईगर रिर्जव, देहरादून, श्री जगत राम जोशी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, कार्मिक, श्री रोशन लाल शर्मा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रेलवे एवं आसूचना ब्यूरो के अधिकारियों सहित रेलवे के अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
श्री अशोक कुमार ने बताया कि विगत में ट्रेनों पर हुयी पत्थरबाजी की 20 घटनाओं पर जीआरपी एवं आरपीएफ द्वारा संयुक्त/ कड़ी कार्यवाही करते हुये 23 असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया गया है जिससे ऐसी घटनाओं में कमी आयी है। वर्ष 2018 में ट्रेनों/प्लेटफार्मों से बच्चों की तस्करी/उत्पीड़न पर रोकथाम की कार्यवाही करते हुये कुल 228 बच्चों को बरामद किया गया है। विगत 3 वर्षों में जीआरपी उत्तराखण्ड के अन्तर्गत रेलवे स्टेशन/रेलवे ट्रेकों से छेड़छाड़ की कोई भी आपराधिक घटना प्रकाश में नहीं आयी है।
बैठक में विभिन्न सुरक्षा व प्रशासनिक बिन्दुओं पर विचार विर्मश किया गया तथा निम्न महत्तवापूर्ण निर्णय लिये गयेः-
1- जीआरपी द्वारा देहरादून रेलवे स्टेशन में सीसीटीवी स्थापित किये जाने के प्रस्ताव पर आरपीएफ द्वारा आश्वासन दिया गया।
2- रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण बिन्दु है। रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा हेतु श्वान दल एवं बम निरोधक दस्ते की सहायता से सघन चैकिंग की जाये।
3- कोटद्वार में अस्थायी जीआरपी पुलिस चौकी खोले जाने का भी निर्णय लिया गया।
4- रेलवे स्टेशनों/ट्रेनों में टप्पेबाजी, जहरखुरानी गतिविधियों में सक्रिय एवं पेशेवर अपराधियों का चिन्हीकरण कर उनकी सूची का अदान-प्रदान कर उनके विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की जाये।
5- जंगली जानवरों के रेलवे ट्रैकों पर आने की सम्भावना के दृष्टिगत चिन्हीत किये गये 08 स्थानों में वन विभाग एवं टाईगर रिर्जव, देहरादून द्वारा कोरिडोर बनाये गये है, जिससे जानवर ट्रेकों पर न फसें तथा ट्रेनों का आवागमन सुचारु रुप से हो।
6- रेलवे स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरों का परीक्षण कर लिया जाये तथा खराब सीसीटीवी कैमरों को सही कराया जाये तथा उनका रख-रखाव सुनिश्चित किया जाये।
7- रेलवे स्टेशनों/ रेलवे ट्रेकों की सुरक्षा हेतु आरपीएफ, जीआरपी एवं स्थानीय पुलिस द्वारा रेलवे स्टेशनों में सयुंक्त रूप से प्रभावी चैकिंग के साथ-साथ पैदल व पुश ट्रॉली द्वारा रेलवे ट्रेकों का भी निरीक्षण किया जाये। साथ ही निकटस्थ गांवों के चौकीदारों/ग्राम सुरक्षा समिति के साथ गोष्ठी आयोजित की जाये।
8- जीआरपी व आरपीएफ समन्वय स्थापित कर आपस में आपराधिक तत्वों एवं महत्वपूर्ण सूचनाओ के अदान-प्रदान हेतु व्हटस्एप ग्रुप बनाये।
9- रेलवे प्लेटफार्म व ट्रेनों में महिला यात्रियों की सुरक्षा हेतु सादे वस्त्रों में पुलिस कर्मियों को नियुक्त किया जाये।