देहरादून: प्रदेश के दुग्ध विकास एवं प्रोटोकाॅल राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) डाॅ0 धन सिंह रावत ने विधान सभा सभाकक्ष में दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ एवं डेरी विकास विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में दुग्ध संघ महाप्रबन्धक, अध्यक्ष, जनपद के सहायक निदेशक उपस्थित थे।
बैठक में निर्देश दिया गया कि डेयरी के विस्तार हेतु 70 करोड़ की योजना लाई जायेगी। 19 करोड़ की लागत से डाटा प्रोसेसिंग मिल्क यूनिट और एटीएम का प्रावधान किया जायेगा। 13 जनपदों में 10 करोड़ की लागत से दुग्ध अवशीतन केन्द्र खोला जायेगा। यह भी कहा गया कि लाभ में रहने वाले दुग्ध संघ को 7 वें वेतन का लाभ दिया जायेगा।
बैठक में कहा गया महिला डेयरी में कार्य कर रहे महिला कार्मिकों का दुग्ध संघ में समयोजन किया जायेगा अथवा उनके मानदेय मे वृद्धि की जायेगी। दुग्ध संघ को डेयरी में खाली पदों के भर्ती के लिए 10 दिन के भीतर प्रस्ताव देने के लिए निर्देश दिया गया।
बैठक में कहा गया कि टिहरी के अतिरिक्त सभी दुग्ध संघ फायदे में हैं। एक वर्ष भीतर समस्त दुग्ध संघ लाभ की स्थिति में होंगे। प्रदेश को दुग्ध उपार्जन 2 लाख लीटर है, इसमें 1 लाख लीटर का उपार्जन नैनीताल का है। इस सन्दर्भ में हरिद्वार, ऊधमसिंह, देहरादून को 50 हजार लीटर दुग्ध उपार्जन का लक्ष्य दिया गया।
बैठक में कहा कि पिथौरागढ़ में निर्धारित दुग्ध अवशीतन केन्द्र को नाचनी से थल में स्थान परिवर्तित के लिए सम्भावनाओं का सर्वे रिपोर्ट दें। यह भी निर्देश दिया गया कि मार्केटिंग पर बल दिया जाए। दुग्ध समितियों के आनुनिकीकरण पर बल दिया गया।
बैठक में कहा गया कि दुग्ध उपार्जन मार्गों हेतु पर्वतीय क्षेत्रों के लिए 50 लाख रू. का अनुपूरक बजट लाया जायेगा। 6 करोड़ के घाटे पर चल रही टिहरी दुग्ध समिति को पटरी पर लाने के लिए रिवाल्विंग फण्ड की व्यवस्था होगी। इसके लिए विभाग एक्सन प्लान भी दिया जायेगा। जिला योजना में ग्रुप सचिव का वेतन का प्रावधान होगा।
इस अवसर पर सचिव दुग्ध आर.मीनाक्षी सुन्दरम, निदेशक दुग्ध प्रकाश चन्द्र, नैनीताल दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा, पिथौरागढ़ दुग्ध संघ अध्यक्ष विनोद भट्ट, श्रीनगर दुग्ध संघ अध्यक्ष हरपाल नेगी, देहरादून दुग्ध संघ अध्यक्ष विजय रमोला, संयुक्त निदेशक दुग्ध जयदीप अरोड़ा, संयुक्त निदेशक पिथौरागढ़ डी.पी.सिंह, देहरादून अनुराग मिश्र, हरिद्वार पीयूष आर्य आदि मौजूद थे।