देहरादून: राज्य में पं0 दीन दयाल उपाध्याय गृह आवास (होमस्टे) विकास योजनाको सुव्यवस्थित एवं सुचारू रूप से संचालित किये जाने हेतु पर्यटन सचिव श्री दिलीप जावलकर द्वारा सभी जिलों के जिला पर्यटन अधिकारियों एवं सभी मुख्य बैंकों के नियंत्रकों व अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की गई। पर्यटन सचिव द्वारा सभी जिला पर्यटन अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति सुनिष्चित करने के निर्देष दिये गये।
उत्तराखण्ड सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के सफल क्रियान्वयन के लिये बैंकों के प्रतिनिधियों के साथ जनपद स्तर पर प्राप्त आवेदनों को अधिक से अधिक वित्त पोशण किये जाने पर बल दिया गया। साथ ही सचिव पर्यटन द्वारा बैंको को प्राप्त होने वाले आवेदनों को आॅनलाइन सिस्टम के माध्यम से समीक्षा किये जाने का भी सुझाव दिया गया जिससे कि आवेदनों का निस्तारण समयबद्ध रूप से हो सके। बैठक में अवगत कराया गया कि पर्यटन विभाग मंे पंजीकृत सभी होमस्टे का प्रचार-प्रसार पर्यटन विभाग के माध्यम से किया जायेगा, जिससे कि होमस्टे स्वामियों को अच्छा व्यवसाय प्राप्त होना सुनिष्चित हो सके।
इसके अतिरिक्त होमस्टे स्वामी को संचालन के लिये होटल मैनेजमेंट संस्थान व अन्य के माध्यम से व्यवसायिक प्रषिक्षण भी दिया जायेगा। सचिव पर्यटन द्वारा सभी जिला पर्यटन अधिकारियों को मुख्य रूप से ट्रैकिंग मार्गों तथा समूह के रूप में होमस्टे योजना को प्रोत्साहित करने के निर्देष दिये।
बैंक के प्रतिनिधियों द्वारा दिये जाने वालेऋण के विरूद्ध प्रतिभूति के रूप में बन्धक बनाये जाने वाली सम्पत्ति पर रजिस्ट्रेषन फीस को अन्य योजनाओं की भांति समाप्त किये जाने का सुझाव दिया, जिस पर सचिव पर्यटन द्वारा वित्त विभाग के परामर्ष से कार्यवाही किये जाने का आष्वासन दिया गया। पर्यटन सचिव द्वारा इस अवसर पर यह भी अवगत कराया कि इस योजना से जहां एक तरफ राज्य में Sustainable and Responsible Tourism को बढ़ावा मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ यह योजना स्थानीय समुदायों को रोजगार उपलब्ध कराने व पलायन को रोकने में भी सफल होगी।
बैठक में श्रीमती सोनिका, जिलाधिकारी, टिहरी के अतिरिक्त सभी प्रमुख बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त वीडियो कांफ्रेंसिंग से सभी जिलों जिला पर्यटन अधिकारी व जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक भी जुड़े थे।